पृष्ठ:अंधकारयुगीन भारत.djvu/३३४

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वंशावली प्रस्तुत की थी, उसे मैंने खूब अच्छी तरह देख और जाँच लिया है और इसलिये उसी को ग्रहण कर लेना मैंने सबसे अच्छा समझा है। हाँ, उसमें जो विष्णुकद्द नाम आया है, उसे मैंने विष्णु-स्कंद कर दिया है । यह वंशावली इस प्रकार है- राजा हारितीपुत्र विष्णु-स्कंद (विष्णु-कद्द ) चुटुकुलानंद शातकर्णि = महाभोजी- 1 महारथी-नागमुलनिका 1 हारितीपुत्र शिव-स्कंद वर्मन् (वैजयंती-पति) ६ १५८. इसमें कुछ भी संदेह नहीं है कि इस वंश का नाम चुटु है। अभी तक "चुटु" शब्द की व्याख्या नहीं हुई है। यह वही शब्द है जिसका संस्कृत रूप चुद्ध चुण्ट है और जिसका अर्थ होता है- छोटा होना। यह अभी तक चुटिया नागपुर में 'चुटिया' के रूप में पाया जाता है जिसका अर्थ होता ई-छोटा नागपुर, और यह नाम उस नागपुर के मुकाबले में रखा गया है जो मध्यप्रदेश में है। बहुत कुछ संभावना इसी बात की जान पड़ती है कि यह द्रविड़ भाषा का शब्द है जिसे आर्यों ने ग्रहण कर लिया था। आधुनिक हिंदी में इसी का समानार्थक शब्द छोटू है, जिसका अर्थ होता है-छोटा लड़का या भाई आदि। यह छोटू भी वही शब्द है जो चुटिया नागपुर में चुटिया के रूप में है। चुटु और चुटुकुल का अर्थ होना