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अतीत-स्मृति
 


जगह जगह देखे जाते हैं। नाना प्रकार की बुद्ध-मूर्तियों की भी वहाँ कमी नहीं है। सुनते हैं कि गणेश और राहु आदि को मूर्तियाँ भी मेक्सिको में मिली हैं।

पर जितने प्रमाण दिये गये हैं उन सब से सिद्ध है कि प्राचीन काल में एशिया के बौद्ध संन्यासी अमेरिका गये थे और वहाँ उन्होने बौद्ध-धर्म का प्रचार किया था। साथ ही साथ यह भी मालूम होता है कि वही लोग अमेरिका के वास्तविक आविष्कारक थे, न कि कोलम्बस और उसके साथी। इसलिए उस यश के सच्चे अधिकारी बौद्ध संन्यासी ही हैं जो इस प्रसंग में कोलम्बस को प्राप्त हुआ है।

[दिसम्बर १९०९