पृष्ठ:अतीत-स्मृति.pdf/२१६

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
तक्षशिला की कुछ प्राचीन इमारतें
२०९
 


वर्णन इस महकमे को सचित्र सालाना रिपोर्टों में हो चुका है। उनका दिग्दर्शन सरस्वती में प्रकाशित कई नोटो में भी किया जा चुका है। अब इस महकमे के अध्यक्ष, सर जान मार्शल, ने प्रत्येक भग्नांश का विवरण पृथक् पृथक पुस्तक में प्रकाशित करने का क्रम जारी किया है। इससे यह सुभीता होगा कि प्रत्येक स्थान-विशेष का वर्णन एक ही जगह मिल जायेगा। तक्षशिला की खुदाई से अब तक जो ऐतिहासिक पदार्थ-मूर्तियां, स्तूप, औजार, व्यावहारिक वस्तुयें, सिक्के आदि-निकले है उन पर, साधारण तौर पर, एक अलग पुस्तक भी प्रकाशित की गई है। उसका नाम है-A Guide to Taxila, उसमे तक्षशिला में खोद-निकाली गई इमारतो का भी वर्णन है।

प्राचीन तक्षशिला के खंडहरो की सीमा के भीतर एक जगह जौलियाँ (Jaulian) नाम की है। उसे खोदने से जो इमारतें और जो पदार्थ निकले है उनका विवरण एक अलग पुस्तक में, अभी हाल ही में, प्रकाशित हुआ है। वह अँगरेज़ी में है और सचित्र है। नाम है-

Excavations at Taxila-The Stupas and Monastelles at Jaulian.

इसका भी प्रकाशन सर जान मार्शल ने ही किया है। इसका अधिकांश उन्हीं का लिखा हुआ भी है। अल्पांश के लेखक और कई महाशय हैं। पुस्तक में छोटे बड़े अनेक चित्र हैं।

जौलियाँ में, जहाँ खुदाई हुई है वहाँ, कोई डेढ़ हजार वर्ष

१४

५४