पृष्ठ:अतीत-स्मृति.pdf/२४

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
हिन्दू शब्द की व्युत्पत्ति
१७
 

हिशिया
हिज्रद
विरजोद्

...
...
...

अशयः
यजानुद
वर्जाद्

यदि हम यह कह दें कि हिब्रू में हकार है हा नहीं तो भी अत्युक्ति न होगी। जो शब्द खास हिब्रू का नहीं है उसमें पूरा इकार नही होता। उच्चारण में इकार होने से भी वह लिखा नहीं जाता। यथा-

हिब्रू उच्चारण
जिहोवा
इिञ्जिल
इश्राइल
इजाया
इयाकुब
मरियम

...
...
...
...
...
...
...

हिब्रू लिखावट
जहोवा
अञ्जल्
यश्रहिल
आजाया
आकूब
मर्म

अतएव जेन्द-शब्द हिन्दव का इकार यदि हिब्रू में उड़ जाय तो आश्चर्य ही क्या है? अच्छा, इकार तो यो गया; अब यह बतलाइए कि "हिन्दव" का 'व' कार कहां और किस तरह गया? सुनिए, उसका भी पता हम बतलाते हैं। हिब्रू भाषा में त, थ, द, च, छ, ड, आदि अक्षरों का उचारण होने से व, फ ओ और य का लोप हो जाता है। प्रमाण-

हिब्रू-शब्द
तोवा---

उच्चारण में लोप
तोहा