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प्राचीन मिश्र में हिन्दुओं की आबादी
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मिश्र की बहुत सी जगहों के नाम-जैसे नील, शिव, एलीफेंटा और मेरु आदि बिल्कुल भारतवर्ष की नकल है। मासी साहब ने अपनी एक पुस्तक के परिशिष्ट में ऐसे ५६० शब्द दिये है जो संस्कृत और मिश्री, दोनो भाषाओं मे, एक ही से व्यवहृत हैं।

इन सब प्रमाणों से सिद्ध है कि प्राचीन काल में भारतवासी मिश्र मे जाकर अवश्य आबाद हुए थे और इन्हीं से मिश्र वालों ने सभ्यता सीखी।

[सितम्बर १९०८