पृष्ठ:अपलक.pdf/४४

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अब तो बहुत थक गये प्राण, इधर-उधर, नित, न कुछ खोजते फिरते बहुत हुए हैरान अब तो बहुत थक गये प्राण । ? पाँव थके, हिय थका, जिय थका, लोचन थके, थके अङ्ग-श्रङ्ग, आशा थकी, प्रतीक्षा हारी, थकी कल्पना, थकी उड़ान, तो बहुत थक गये, प्राण। २ अन्वेषण मय, अष्टयाम की परिक्रमा है श्रान्त नितान्त, दरसन-प्यास बढ़ी अधिकाधिक ज्यों-ज्यों बढ़ती गई थकान, हम तो बहुत थक गये, प्राण । ३ नीरस, अति निष्फल, यह जीवन, हृदय रिक्त, मन निपट अशान्त, केवल व्यर्थ प्रयोगों में ही बीते जीवन क्षण सुनसान अब तो बहुत थक गये प्राण। अट्ठाईस