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अहङ्कार

लम्बाई चौड़ाई भी दर्ज कर देना । देखना, शिखर पर जो गाय की मूर्ति बनी हुई है उसे न भूलना।

सब फिर अपना मुँह पोंछकर बोला—

मुझसे विश्वस्त प्राणियों ने कहा है कि इस योगी ने साल भर से एक क्षण के लिए भी नीचे क़दम नहीं रखा । क्यों अरि- स्टीयस, यह सम्भव है ? कोई पुरुष पूरे साल भर तक आकाश में लटका रह सकता है?

अरिस्टीयस ने उत्तर दिया—

किसी अस्वस्थ या उन्मत्त प्राणी के लिए जो बात सम्भव है, वह स्वस्थ प्राणी के लिए, जिसे कोई शारीरिक या मानसिक विकार न हो, असम्भव है। आपको शायद यह बात न मालूम होगी कि कतिपय शारीरिक और मानसिक विकारों से इतनी अद्भुत शक्ति आ जाती है जो तन्दुरुस्त आदमियों में कभी नहीं आ सकती। क्योंकि यथार्थ में अच्छा स्वास्थ्य या बुरा स्वास्थ्य स्वयं कोई वस्तु नहीं है। यह शरीर के अंग प्रत्यंग की भिन्न- भिन्न दशाओं का नाममात्र है। रोगों के निदान से मैंने यह बात सिद्ध की है कि वह भी जीवन की आवश्यक अवस्थाएँ हैं। मैं बड़े प्रेम से उनकी मीमांसा करता हूॅ इसलिए कि उनपर विजय प्राप्त कर सकूँ। उनमें से कई बीमारियाँ प्रशसनीय हैं, और उनमें बहिविकार के रूप मे अद्भुत पारोग्य-बर्धक शक्ति छिपी रहती है। उदाहरणतः कभी-कभी शारीरिक विकारों से बुद्धि शक्तियाँ प्रखर हो जाती हैं, बड़े वेग से उनका विकास होने लगता है। आप सीरोन को तो जानते हैं। जब वह बालक था सो वह तुत- लाकर बोलता था और मदबुद्धि था। लेकिन जब एक सीढ़ी पर से गिर जाने के कारण उसकी कपालक्रिया हो गई तो वह उच्च- श्रेणी का वकील निकला, जैसा आप स्वयं देख रहे हैं । इस योगी