पृष्ठ:आदर्श हिंदू १.pdf/१०२

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लायो? जजमान कहाँ रहे?" आदि सवाल पर सवाल कर डाले परंतु इसने-"जैसो उन्ने कियो तैसो पायो । हमारे सराप, अबरथा थोड़ो ही जायगो।" के सिवाय कुछ नहीं कहा । और जब इन लोगों के घर में आजाने की आवाज आई झूट मूट नीद के खर्राटे भरने लगा ।






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