पृष्ठ:आदर्श हिंदू ३.pdf/१४८

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अपना उल्लू सीधा करने से मतलब ! इसी का परिणाम है कि वैद्यों का इलाज बंद करने के लिये कानून बनने की नौबत आ । यही है और जो अब भी हम न चेते तो इस शास्त्र का भी लोप ही समझ लो ।"

"बेशक ! वैद्यों में योग्यता का प्रभाव इसका प्रवल कारण है । सचमुच ही लोग लातें मार मारकर उसे डुवों रहे हैं परंतु और भी दो बात की त्रुटियाँ हैं। एक इमारे शास्त्रों में चीर फाड़ का विस्तार नहीं है । सुश्रुत्व में हैं परंतु समय के अनुसार युरोपियन विद्वानों ने इस कार्य में जो असाधारण उन्नति की हैं। उसके लाभ से हमें वंचित न रहना चाहिए। आयुर्वेद आप का पढ़ा हुआ है, आप इनमें सिद्धहस्त हैं, अनुभवी हैं और यशस्वी हैं, रोगी को आपके दर्शन होते ही आधा अराम हो जाता है । इस यात्रा में मुझे कई बार इस का अनुभव ह़ गया। फिर आपकी दवा भी असाधारण है। अस्पताल में नौकरी करके आप चीर फाड़ का भी अनुभव प्राप्त कर चुके हैं । इधर संस्कृत ग्रंथों का मेरे यहाँ टोटा नहीं और उधर डाक्टरी की बढ़िया से बढ़िया पुस्तक मराठी और गुजराती में भाषांतरित हे चुकी हैं। जहाँ कहीं अँगरेजी की मदद चाहिए वहाँ मैं तैयार हूँ। बस इसलिये यह काम सिद्ध समझिए ।”

“अच्छा ! दूसरी त्रुटि से आपका मतलब शायद औषधियों अच्छी न मिलने से है ! बेशक दवाइयां का बड़ा अँधाधुंध है। भील पंसारी से और पंसारी वैद्य से कह दे सो ही दवा । वह