पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/१४५

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आर्थिक भूगोल

१३२ चार्थिक भूगोल 9 ३-बमा (मुख्यतः इरावदी नदी की घाटी में ) ४-जापान ५-मलाया प्राय द्वीप ६-इंडो-चीन ७-जावा-सुमाना -कोरिया और फारमोसा "-पूर्वीय तथा पश्चिमीय द्वीपसमूह (East and West Indies). १०-ईजीप्ट, लम्बाही के मैदान मैडेगास्कर, अँजीवार के दक्षिण में अफ्रीका के समुद्र तट पर, नाइगर नदी की घाटी, मिसिसिपी नदी की घाटी, मध्य अमेरिका, ब्रिटिश गयना, सुदान, फारस, रूसी तुर्किस्तान, लंका, स्पेन और इटली में पो-नदी की घाटी। संसार में चावल की कुल पैदावार प्रति वर्ष १, ५००, ०००, क्वीन्टल क्ती जाती है। इस प्रकार संसार में मक्का से भी अधिक चावल उत्पन्न होता है और किसी किसी वर्ष तो चावल की पैदावार गेहूँ से भी अधिक होती है। चावल की उत्पत्ति (लाख क्विन्टल में) चीन ३२५ कोरिया जापान १२८० फिलीपाइन्स २३ हिन्द चीन ७१' संयुक्तराज्य अमेरिका वर्मा ७१ ] इंटली चावल पहाड़ों पर भी उत्पन्न हो सकता, किन्तु गरमी तथा. वर्षा आवश्यक हैं। संसार में चावल खाने वालों की संख्या का ठीक ठीक अनुमान करना कठिन है । मौनसून, जलवायु के देशों का तो यह मुख्य भोजन है। चावल को खेतो दो प्रकार से होती है-एक तो वीज बोकर, दूसरे पौधे लगा कर । छोटी छोटी क्यारियों में चावल का बीज बो दियो जाता है और जब पौधा कुछ बड़ा होता है तो उसे जह सहित उखाड़ कर खेत में रख देते. हैं। दूसरे प्रकार का चावल अच्छा होता है। चावल का व्यापार बहुत कम होता है । क्योंकि चीन, भारतवर्ष, जापान इत्यादि प्रमुख देश इतने धने घाबाद हैं कि उन्हीं के लिए पूरा नहीं होता। चावल बाहर भेजने वालों में क्रमशः वर्मा, इंडोचीन तपा श्याम मुख्य हैं। ४८० श्याम भारत ... .