पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/१५०

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खेती की पैदावार भोज्य पदार्थ

खेती की पैदावर-माज्य पदार्थ १३७ पेड़ों से हो फसन्न पैदा की जाती है हर साल फसल बोई नहीं जाती। भूमि उर्वरा है और बहुत सस्ती है यही नहीं वहाँ भूमि की बहुतायत भी है हो जनसख्या कम है इस कारण मजदूरी ऊँची है । जब से क्यूबा स्वतत्र हुआ वहाँ शकर का धधा बहुत उन्नत कर गया। अमेरिकन पूंजापतियों ने वहां शक्कर के कारखाने स्थापित किये हैं जिनमें अधिकतर कच्ची शक्कर तैयार का जाती है और संयुक्तराज्य के फिलीडन- फिया, बलटिमोर, न्यूयार्क, तथा न्यू पारलियन्स ( New-Arleus) को भेजी जाती है जहां वह साफ की जाती है। जावा में शक्कर का धघा डच पूंजीपतियों के हाथ में है । जावा में जनसख्या धनी, होने के कारण मजदूर सस्ते हैं । जलवायु गन्ने के लिए आदर्श है क्योंकि मानसून जलवायु में कुछ दिन सूखे मिल जाते हैं जो गन्ने के रस को गाढ़ा कर देते हैं । जावा की भूमि भी अजाऊ है। किन्तु वहाँ भूमि का मूल्य बहुत अधिक है और भारत की तरह हर साल फसल बनी पड़ती है। इससे व्यय अधिक होता है। इस दोष कः गन्ने की गहरी खेती (intensive cultivation) करके दूर किया गया है और गन्ने की बड़ी मात्रा में खेती करने वालों और वैज्ञानिकों में गहरा सहयोग है जिसके फल स्वरूप जावा में प्रति एकड़ ससार में सबसे अधिक गन्ना उत्पन्न होता है। हवाई द्वीप का समुद्री जलवायु है और वहीं अधिक गरमी नहीं पड़ती इस कारण गन्ने की फसल २० से २४ महीने तक ले लेती है। उत्तर पूर्व में वर्षा बहुत होती है किन्तु पहाड़ों के पीछे वर्षा कम होती है इस कारण सिंचाई के द्वारा गन्ने की खेती होती है। हवाई द्वीप की सारी शक्कर संयुक्तराज्य अमेरिका के प्रशान्त महासागर के तट तथा अंटलांटिक महासागर के तट पर स्थित शक्कर के कारखानों में शुद्ध होने के लिए भेज दी जाती है। इनके अतिरिक्त बोरिको (Porto Rico ) पीरु ( दक्षिण अमेरिका में ) ब्राजील और अरजैनटाइन. में शक्कर का धंधा पनप उठा है और वहाँ गन्ना उत्पन्न किया जाता है। संयुक्त राज्य अमेरिका में दक्षिण लूज़ियाना ( Louisiana ) में गन्ना उत्पन्न होता है और शक्कर तैयार की जाती है । यद्यपि राष्ट्रीय दृष्टि से यह महत्वपूर्ण है किन्तु संसार के उत्पादन की दृष्टि से यह महत्वपूर्ण नहीं है। इनके अतिरिक्त फिलीपाइन्स, फारमोसा, क.न्टलैंड (पारट्रेलिया में ) नैटाल, मारिशस में भी.गन्ना खूब पैदा होता है। भा. भू.-१७ .