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आर्थिक भूगोल

आर्थिक-भूगोल चाकलेट ( Chocolate ) कहते हैं । कोकोत्रा उत्पन्न करने वाले देशों में अफ्रीका का गोल्ड कोस्ट (Gold Const) ब्राजील, इक्वडर (Equador), कोलम्बिया और पश्चिमीय द्वीप समूह ( West Indies ) मुख्य हैं। इन देशों की जलवायु कोकोआ के लिए अनुकूल है क्योंकि यह ऊष्ण कटिबंध का वह भाग है जहाँ हवा तेजी से नहीं बहती। लेकिन इन देशों में एक बड़ी कठिनाई यह है कि यहाँ ठंडे देशों के मनुष्य आकर. नहीं रह सकते । और जब तक यहाँ पूंजी लगा कर बाग न लगवाये जायें इसकी पैदावार नहीं बढ़ सकती। अधिकांश कोकोत्रा संयुक्तराज्य अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी हालैंड, वैलजियम, और फ्रांस को जाता है । ब्राजील, कोलम्बिया और ट्रिनीडाड यूक्वेडर, वाइगेरिया, कोकोपा भेजने वालों में मुख्य हैं। संसार में कोकोआ की उत्पत्ति (क्विन्टल Quinital में) गोल्ड कोस्ट २,७४७,००० ब्राजील १,१००,००० नाइगेरिया फ्रैंच पश्चिमी अफ्रीका ५१८,००० डोमनिकन रिपब्लिक २८३,००० मच कैमरुन २३७,००० .. ट्रिनीडाड २०१,०१० यूक्वेडर १६७,००० १४६,००० वैनीजुला १४२,००० अंगूर का अधिकतर उपयोग शराब बनाने में होता है । अंगूर की खेती, के लिए गरमी अत्यन्त आवश्यक है। जिन देशों में अंगूर की शराव सितम्बर तक कड़ी गरमी पड़ती है वहाँ अंगूर की पैदावार बहुत अच्छी होती है। अंगूर की बेल की जड़े जमीन के अन्दर गहरी चली जाती हैं, इस कारण सूखी भूमि पर भी अंगूर की खेती बिना सिंचाई के होती है। अधिक जल अंगूर के लिए हानिकर है। वर्षा अधिक होने से अंगूर की वेल में कीड़ा लग जाने का भय रहता है। यही कारण है कि भारतवर्ष, चीन और जापान में जहा कि गरमियों में अधिक वर्षा होती है अंगूर की पैदावार नहीं होती । अंगूर के लिए ढालू स्पैनिश गायना