पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/२१५

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२०५
मुख्य धंधे-खनिज सम्पति
कोयले की उत्पत्ति

मुख्य धन्धे-खनिज सम्पत्ति २०५ १८६ सोवियत रूस कोयले की उत्पत्ति (दस लाख टनों में) संयुक्तराज्य अमेरिका ४५६ ब्रिटेन २३१ जरमनी १४७ जापान फ्रांस ४६ पोलैंड भारत २६ बैलजियम २५ चीन मंचूरिया संसार की कुल कोयले की उत्पत्ति.१.२३२,०००,००० टन है। खनिज तेल एक बहता हुआ पदार्थ है जो पृथ्वी के गर्भ में पाया जाता है। तेल जलाने में, मशीनों में, तथा एंजिनों के तेल Petroleum) चलाने में काम आता है। जब तेल कुयें से निकलता है तो उसके साथ मिट्टी तथा अन्य धातुयें मिली रहती हैं । मिट्टी तथा धातुओं को साफ करके तेल निकाला जाता है। तेल बहुत तरह का होता है, कहीं कच्चे तेल में मिट्टी तथा घातुयें अधिक रहती हैं और कहीं कम । बाजार में जो मिट्टी का तेल मिलता है वह साफ किया हुआ हल्का तेल होता है जो जलाने के काम में आता है। पैट्रोलियम को साफ करके पेट्रोल ( Petrol.) तैयार करते हैं जो मोटर. तथा हवाई जहाज़ के चलाने में काम आता है । आधुनिक समय में युद्ध में हवाई जहाजों के अत्यधिक उपयोग के कारण पेट्रोल का महत्व बहुत बढ़ गया है। प्रत्येक देश तेल की खानों पर अपना अधिकार करना चाहता है। पैरेफिन ( मोम ) मोमबत्ती बनाने के काम में आता है । कच्चे तेल से कुछ भारी तेल भी तैयार किये जाते हैं। जो मशीन के पुर्जी को चिकना करने के काम में आते हैं। नेप्या ( Naphtha) तथा वैसलीन ( Vaseline) भी मिट्टी के मारी तेलों से ही तैयार की जाती है। डिसल ऐंजिन ( Diesel Engine ) के आविष्कार के कारण तेल की मांग बहुत बढ़ गई, क्योंकि उसमें पेट्रोल के स्थान पर कचा तेल ही