पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/२४९

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गौण उधोग-धंधे

गौया उद्योग-धन्धे २३ . जिससे ऊन को धोने, रंगने तथा अन्य क्रियायों के करने की सुविधा हो । (३), शक्ति, (.४ ) कुशल मजदूर, (५) माल लाने तथा ले जाने की सुविषा । यद्यपि ऊनी कपड़े का धन्धा आधुनिक ढंग से संगठित हो गया है और बड़े बड़े कारखाने स्थापित हो गए हैं परन्तु फिर भी प्रत्येक देश में जहाँ ऊन उत्पन्न होता है ऊनी कपड़ा कम्बल तथा अन्य ऊनी सामान तैयार करने का घरेलू धन्धा ( Cottage Industry ) प्रचलित है। ऐसा कोई देश नही हैं जहाँ ऊनी कपड़े का घरेलू. धन्धा प्रचलित न हो। जिन देशों में ऊन उत्पन्न होता है वहाँ आज भी यह धन्धा जीवित अवस्था में है। स्काटलैंड,वेल्स, दक्षिण अमेरिका, भारतवर्ष, जर्मनी, फ्रांस तथा अन्य देशों में घरेलू धन्धा गाँवों में और खेतों पर खूब होता है। ऊन एक सा नहीं होता, कपास से अधिक कीमती होता है और उसका कपड़ा बनाना सूती कपड़े की तुलना में कठिन है। किन्तु उसके शरीर की गरमी की रक्षा करके के अद्भुत गुण के कारण. उसकी ठंडे देशों में बहुत मॉग है । यह तो पहले कहा जा चुका है कि ऊन एक सा नहीं होता। ऊन की गांठों में अच्छा, साधारण तथा बुरा सभी प्रकार का ऊन निकलता है। श्रतएव कारखानों में ऊन को छाँटा जाता है। इसके उपरान्त ऊन को साफ मोठे पानी के हौज़ में जिसमें साबुन या अमोनिया धुक्षा रहता है, डाला जाता है । एक किनारे से दूसरे किनारे तक ऊन को चलाया जाता है फिर उसको रोलरों से दबाते हैं। इससे जो भी ऊन की गन्दगी होती है, निकल जाती है। जो कुछ मिट्टी तथा कोटे इत्यादि रह जाते हैं उनको रोलरों के द्वारा निकाल दिया जाता है। इनके उपरान्त ऊन को रोलरों में दबाकर उसको एकसा किया जाता है । इसे Carding कहते हैं। इसके उपरान्त ऊन की पट्टियां या लम्बी पोनी बना ली' जाती हैं। उन को कोटेदार कातने तथा बुनने को क्रियायें रुई जैसी ही हैं। जब कपड़ा तैयार हो जाता है तो फिर उसे घोकर साबुन धुले हुए पानी से तर करके लपेट दिया जाता है। इससे लाभ यह होता है कि कपड़े की सतह एक सी हो जाती है। बुनावट नहीं मालूम पड़ती । इसे फलिंग ( Falling ) कहते हैं। इसके उपरान्त कंपड़े को साफ करके भाप से सुखा कर दबाया जाता है । ऊनी कपड़े का धन्धा विशेषकर ब्रिटेन, संयुक्तराज्य अमेरिका, जर्मनी, रूस, फ्रांस, जापान, जैकोस्लाविका तथा बैलजियम में होता है। इधर कुछ वर्षों से इटली, आस्ट्रेलिया तथा जापान में भी वह धन्धा पनप रहा है। इन देशों में ऊनी कपड़े के कारखाने इस कारणं स्थापित क्योंकि यहाँ ऊन उत्पन्न होता है। ... ,