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आर्थिक भूगोल

२४६ आर्थिक भूगोल " " नकली रेशम शुद्ध रेशम तथा बढ़िया सूती कपड़े की माँग को कितना कम कर सकेगा किन्तु इसमें संदेह नहीं कि इनकी मांग कुछ कम अवश्य हो जायगी। संसार में नकली रेशम ( Raym ) की उत्पत्ति संयुक्तराज्य अमेरिका १२६,००० टन जापान १२०, ००० जरमनी इटली ब्रिटेन ५०,००० फ्रांस ३८, ००० निदरलैंड १०,..." बैलजियम स्विटजरलैंड ७, " . " थभी तक पहिनने के वस्तु छोटे छोटे कारीगरों (दजियों ) द्वारा होता है। परन्तु अब कुछ देशों में बड़े बड़े कारखानों में पहिनने के कपड़ों पहिनने के कपड़े तैयार किए जाते हैं। संयुक्त राज्य का धंधा अमेरिका में यह धंधा बहुत उन्नति कर गया है। संयुक्तराज्य में अधिकांश पुरुष और यथेष्ट स्त्रियों बने बनाये वस्तु पहिनती हैं। अब योरोप में भी यह धंधा बढ़ रहा है. यह धंधा न्यूयार्क, न्यू जरसी ( New Jersey ) फिलीडेलफिया, शिकागो, लास एंजिल्स ( Los Angeles ) सेंट लुईस तथा बोस्टन में केन्द्रित है। पट-सन ( Plux ) के पौधे को जड़ से उखाड़ कर उसके बीज को पृथक कर दिया जाता है। इसके उपरान्त सन के साटों सन के कपड़े का को बड़े बड़े बंडलों में वाध कर पानी में १० से १५ धंधा ( Linem दिन तक डुबो कर रक्खा जाता है। सन को सड़ाने के Ludustrs) लिए बहुत शुद्ध जल की आवश्यकता है। जब सन सड़ जाता है तब उसको पानी से निकाल कर सूखने के लिए डाल दिया जाता है। सूखने पर उसको रोलरों के बीच में दवाकर रेशों को लकड़ी से पृथक कर लिया जाता है। जब रेशा साफ हो जाता है तब उसको कात कर बुनते हैं । सन की बुनाई तभी हो सकती है जब सन का डोरा गरम और भीगा हो । इस कारण बुनने के पूर्व ढोरे को गरम पानी में डाला जाता है । सन बहुत मजबूत और सुंदर होता है । .