पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/२५७

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गौण उधोग-धंधे

गौण उद्योग-धन्धे २४७ सन का कपड़ा (Linan) अधिकतर आइरलैंड में तैयार होता है। संसार में सन के कपड़े का सबसे बड़ा केन्द्र बैलफास्ट है । बैल्फास्ट ( Belfast ) के अतिरिक्त लंडनडैरी ( Londonderry ) लिस्बन ( Lisburn ) तथा नारवी ( Norvy ) आयरलैंड में इस धंधे के मुख्य केन्द्र हैं। जर्मनी में इस धंधे के गोरलिज़ (Gorlitz ) दक्षिण पूर्व में, तथा बीले फेल्ड (Bielefeld) वैस्टफैलिया (Westphalia ) में मुख्य केन्द्र हैं। लिली ( Lille) और करबराई ( liambrai ) फ्रांस में. तथा, डंडी ( Dundee ) और डनफरमलाइन (Dunfermline ) स्काटलैंड में इस धन्धे के प्रमुख केन्द्र हैं। बैलजियम के धैट (Ghent) और कोर्टराइ ( Courtrai) केन्द्रों में भी इसके कारखाने हैं। इन केन्द्रों के लिए सन अधिकतर रूस तथा बल्टिक देशों से आता है। कुछ सन बाल्कन देशों से भी जाता है । जूट का धन्धा अधिकतर भारतवर्ष, स्काटलैंड के डंडी ( Dundee ) इत्यादि केन्द्रों, और संयुक्तराज्य अमेरिका में केन्द्रित है । कुछ कारखाने पैंट (Ghent ) में भी हैं ( बेल्जियम) यदि देखा जाये तो रसायनिक धन्धे ( Chemical Industries ) आधारभूत धन्धे हैं। क्योंकि अधिकांश धंधे प्रत्यक्ष रसायनिक धंधे अथवा अप्रत्यक्ष रूप से रसायनिक धन्धों पर निर्भर ( Chemical) हैं। उदाहरण के लिए सूती कपड़े का धन्धा बहुत कुछ Industries ) रसायनिक धन्धों पर निर्भर है । जब तक कि रसायनिक धन्धों की उन्नति न हो तब तक कपड़े की धुलाई, रंगाई और छपाई अच्छी तरह से हो ही नहीं सकता। इसी प्रकार अन्य धन्धों में भी रसायनिक पदापों की आवश्यकता पड़ती है। अतएव प्रत्येक प्रमुख श्रौद्योगिक केन्द्र में रसायनिक धन्धे स्थापित हो गए हैं। रसायनिक क्रियायें और धन्धे अगणित हैं किन्तु चार प्रकार के मुख्य हैं (१) गंधक का तेज़ाब तथा अल्काली (Alkalis ) जैसे रसायनिक पदार्थ । (२) कोलतार से निकलने वाले रंग तथा ड्रग इत्यादि ( ३ ) ऐलैक्ट्रो केमिकल (Electro- Chemical) te हवा को नायट्रोजन को खाद के रूप में पृथ्वी पर जमामा । (४) साबुन, कागज़, चमड़ा और शीशा इत्यादि । जमनी रसायनिक पदार्थ तथा रंग इत्यादि बनाने में संसार भर में सर्वश्रेष्ठ है। जर्मनी में पोटास तथा अन्य साल्टों ( Suits ) की बहुतायत वैज्ञानिक खोज की उन्नति तथा कारीगरी की उन्नति के कराण ही यह धन्धा वहाँ इतनी उन्नत दशा में है । जर्मनी में इस धन्धे के मुख्य केन्द्र