पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/८४

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।
७१
मुख्य घंघे मछलियां

मुख्य धंधे-मछलियाँ . Plankton ) ही हैं जो समुद्र में भरे पड़े हैं। अर्थात् मछलियां वस्तुतः वनस्पति पर ही निर्भर हैं। यह वनस्पति के अंश नत्रजन ( Nitrogen) नमक. तथा कार्बन (Carbon ) को सोख कर उसको मछलियों के भोजन में परिणत कर देते हैं। ममुद्र में नमक तथा कार्बन की बहुतायत होती है, किन्तु नत्रजन (Nitrogen ) केवल नदियों के पानी से ही मिलता है। यही कारण है कि जहाँ नदियाँ समुद्र से मिलती हैं वहाँ सूक्ष्म वनस्पति के अंश ( Vege- _table Plankton ) अधिक होते हैं। यही नहीं यह वनस्पति के अंश सूर्य की रोशनी से बहुत बढ़ते हैं अतएव भूमि के समापवर्ती तटीय छिछले समुद्र में यह बहुत अधिक मिलते हैं, क्योंकि छिछले पानी में सूर्य की किरणें पानी को भेद कर अन्दर रोशनी पहुंचाती हैं । परन्तु बहुत गहरे पानी में बहुत कम रोशिनी पड़ती है। यहा कारण है कि नदियों के मुहानों के सभीप तथा छिछले समुद्र में ही अधिकतर मछलियाँ मिलती हैं। किन्तु उसका यह अर्थ नहीं है कि गहरे समुद्र में मछलियों नहीं होती हैं। उन्हें प्रकाश की इतनी अधिक आवश्यकता नहीं होती। किन्तु जो मछलियों साधारणतः तट से बहुत दूर गहरे समुद्र में रहती हैं वे तथा अन्य साधारण मछलियां भी दो कारणों से छिछले समुद्र तपा.नदियों के मुहाने के समीप आकर इकट्ठी होती हैं। मछलियों की यह आदत है कि वे अपने अंडे नदियों के मुहाने में या छिछले समुद्र में ही देती हैं और वह भी तट के समीप । दूसरी आदत यह है कि वे अपना भोजन प्राप्त करने के लिए अगणित संख्या में छिछले समुद्र में जमा हो जाती हैं। इन्हें बैंक ( Bunk ) कहते हैं। इन्हीं बैंकों अर्थात् मछलियों के जमाव के कारण उत्तर-पश्चिमी-योरोप, उत्तर-पूर्वी एशिया, तथा उत्तरी अमेरिका में मछलियों को पकड़ने का धंधा बहुत होता है। भिन्न-भिन्न जांति की मछलियाँ भिन्न-भिन्न मौसम में अंडे देती हैं। सैकड़ों मील दूर से चल कर मछली छिछले समुद्र में अंडे देने आती हैं। ह ल (Whale ) तथा काड (Cod ) जो इन मछलियों का शिकार करने के लिए छिछले समुद्र में आ जाती हैं स्वयं पकड़ी जाती हैं । . मछली मारने के मुख्य ४ तरीके हैं (१)। भाले से मछली मारना, (२) फंदे से मछली पकड़ना (३) जाल से मछली मारने के मछली पकड़ना - और हुक ( Hook ) काँटों से. तरीके मछली को छेदना ।