पृष्ठ:आलमगीर.djvu/१५७

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मासमगीर मैले पाए गए। पावरफ इसा हो रहा था। दोनों पानबर पाय पर पैलमा रोपी निकल मागमे बी उनके लिए बार पी। मिनी एक कार में पुपरे से हिप पाई। मगर ऐरने में देसवेरी एक पग मारी। मैसों पर भादमी फूटी सेम परे पीर पनांग मारहेगी मतीने शेर को सींगों में उठा लिया। पर तब काम ऐसी कृती और भैराज से हुमा शिशेर की मोम पेट की साल में उनके सीने मांग पूरे मुह गए । पर दर्द से कराने मोर पीसमे बगा। पामारे ने प्रानन्द से पाप मझते हुए अपने एक सुपरितको गोली दागने का हुक्म रिया । गोली दागी गई और शेर मर कर देर हो गया। समाम सिपाही उस पर टूर परे। किन्तु मानो मे बिमार कार-सरदार ! मारियो से न उतारिए, बार में शेरनी है।" चीनी रोपनी कुरभर से बन गं उठा । परंवार पाम ही की उसकी मन कर कारबारे मे मो की घेरे से बाहर न देने परम दिखा। इसके बाद उसने मागे अफ्ना दापीकदापा शेरनी पर सब से पानी नबर पारादे * पड़ी और उसने एन से गाली राग दी। गोली शेरनीचे पायत परवी निमा गई । इस पर भया पर रोनी थारधाापी पर मसर परी और बोर सेवापी माथे पर पंपे गहार गई। महारत र र बमीन पर गिर पड़ा। शाहबारे मे फापर रिपा, पर हासो गया। प्राहिर उतमे अपने प्राण देश में सर दोनो हामो से पपू पा र ओरनी पीना शुरू किया। फिर मी उपने अपनी मिरफ्त म मापापी ने बारेमा कि भोपायची नासपा तो या मागबर एक मारी पप से प्रारमाया। उसने सराव सेप में रबर मारि शेरनी कृपती बाबर मयान वि से पीस पूरम दूरबा गिरी। इसने ही में एक परमार ने गाती पाग पर उसमम तमाम कर दिया। उठी और