पृष्ठ:आलमगीर.djvu/८

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पृष्ठ १८८ ४२ पखारेविसमत १ सिप्रावट पर ४ परमव का मुर ४१ सय गा ४५ पानकासी ४० पती-महद की सेवा में ve पुरीकर ४५ पम्पस तौर पर ५. पम्पन पार २.५ २.१ २१३ २१५ २१८ २२. १ सम्म पढ़का पुर ५२ घमासान पुर ५५ मुराव का संकट १४ ताराका पसायम ५६. माग्य का हेरफेर २६ मापरे में बदमासी ५७ मामरे में १८ में २१२ २१५ २५७ २४. २२ ११ पह-माव १. मरवी २४९ २१५ २२७ ६१ बपसा कदम ६२ मुनापाम १३ पहिमा पिर १४ मामममीर पारी १. मुभमान पिछोर की पुरंगा २५८ २६२ २६. २७१ २०६