सुनिकै बातैं ई मलखे की ताहर हाल गयो सबगाय॥
मलखे बोले फिरि ताहर सों लड़िका तुम्हैं देयँ बतलाय ४८
संग हमारे कछु दूरी तुम औरो चलो बीरचौहान॥
इतना सुनिकै दूनों चलिभे मोहबे गये तीनहू ज्वान ४९
ताहर बोले तहँ मलखे ते यहुहै कौन शहर मलखान॥
मलखे बोले तहँ ताहर सों यहहै नगर मोहोबा ज्वान ५०
यहँको राजा परिमालिक है ब्रह्मा लड़िका तासु कुँवार॥
तोरी बहिनी सों त्यहि ब्याहौं साँची बात मानु सरदार ५१
सुनिकै बातैं ये मलखे की ताहर बहुत गयो शर्माय॥
ऐसी बातै का तुम बोलै ब्याह न करैं बनाफरराय ५२
नहीं आज्ञा दिल्लीपति कै टीका नगर गोहोबे जाय॥
सरबरि हमरी का नाहीं हैं ठाकुर काह गयो बौराय ५३
सुनिकै बातैं ये ताहर की बोला बचन बीर मलखान॥
धॉसि सिरोही मुॅहमें देवों जोफिरि ऐस कहै चौहान ५४
इतनी सुनिकै ताहर ठाकुर पाती तुरत दीन पकराय॥
मूड़ कटाई सो ब्याहे माँ नाहर जौन पिथौराराय ५५
ताका बाना जग मर्दाना मारै शब्द ताकिकै बान॥
परै निशाना पूरशब्द पर ता सँग कौन लड़ैया ज्वान ५६
सुनिकै बातैं ये ताहर की बोला तुरत बनाफरराय॥
लड़ै मरैका कछु डर नाहीं यहही धर्म सनातन भाय ५७
रीछ वाँदरन सँग में लैके लङ्का विजय कीन भगवान॥
ग्वालन वालन सँगमा लैकै कंसै हना कृष्ण बलवान ५८
काह हकीकति है दिल्ली कै चलिकै बिल्ली देउॅ बनाय॥
परि स्वरभिल्ली दिल्ली जाई किल्ली तुरतै देउँ नवाय ५९
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आल्हखण्ड। २०२
