पृष्ठ:आल्हखण्ड.pdf/२३२

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ब्रह्माका विवाह । २२७ • बाजे डंका अहतंका के तम्बुन फेरि पहूंचे आय १८६ पिरथी पहुंचे राजमहल को सबियाँ झगड़ा गयो पटाय ॥ खेत छूटि गा दिननायक सों झंडागड़ा निशाको आय१६० करों वन्दना पितु अपने की जिन वल भयोतरंगकोअन्त ।। राम रमा मिलि दर्शन देखें इच्छा यही भवानीकन्त १६१