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अथ पाल्हखण्ड॥
नदीबेतवापरलाखनिपृथीराज
काप्रथमयुद्धवर्णन॥
सवैया॥
रामसिया पद दोउ मनाय सो ध्याय शिवा शिव चर्ण यथारथ ।
कीरति कृष्ण बखान करों जिनके बलसों बलवान भे पारथ ।।
भीषम कर्ण सुयोधन ज्वान महान सबै मरिगे रणभारथ ।
चाहत कृष्ण नहीं ललिते बलते थलते जगते सो अकारथ १
सुमिरन ॥
दशरथ नन्दन को बन्दन करि सीता चरण कमलको ध्याय ॥
सुमिरि भवानी शिवशंकर को औ यदुनन्दन चरण मनाय १
बड़े प्रतापी कुंती नन्दन बन्दन करों युधिष्ठिरराय ।।
गदा प्रहारी भीमसेन को ध्यावों वार बार शिरनाय २
एर धनुर्धर नर अर्जुन की कीरति सकै कौन नर गाय ।।