पृष्ठ:आल्हखण्ड.pdf/४९४

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अथ पाल्हखण्ड॥ नदीबेतवापरलाखनिपृथीराज काप्रथमयुद्धवर्णन॥ सवैया॥ रामसिया पद दोउ मनाय सोध्याय शिवा शिव चर्ष यथारथ । कीरति कृष्ण बखान करों जिनके बलसों बलवान भे पारथ ।। भीषम कर्ण सुयोधन ज्यान महान सबै मरिगे रणभारथ । चाहत कृष्ण नहीं ललिते बलते थलते जगते सो अकारथ । सुमिरन ॥ दशरथ नन्दन को बन्दन करि सीता चरण कमलको ध्याय ॥ सुमिरि भवानी शिवशंकर को औ यदुनन्दन चरण मनाय ! बड़े प्रतापी कुंती नन्दन बन्दन करों युधिष्ठिरराय ।। गदा प्रहारी भीमसेन को ध्यावों वार बार शिरनाय २ एर धनुर्धर नर अर्जुन की कीरति सकै कौन नर गाय ।।