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वैः पारिय, स्वाप्प और साधारण ज्ञान की विशेष सहायता देने का उपकरण शुदाया जायगर ! | स्वायतम्यन पत्र व्यावहारिक विषय निर्धारित होगा। गाता ने तोप घr गुप्त मेयर दैधा-आकाश का सुन्दर शिशु, बैठा हुआ गदनों की ब्रोहा-दौलौ पर हँस हा था और रजनी शीतल हो चली थी । रोए अति में रायगाने लगे थे। दक्षिण गपन जीवन का गन्देश सेयर टेकरी पर विश्राम घारगे नागा पा । मगन को पलकें भारी थीं और गाला शोम रही थी। कुछ ही देर में दोनों अपने-अपने स्थान पर दिना सिसी या वै धाडम्पर वे सो गये । केगा । १७ts १२