पृष्ठ:कार्ल मार्क्स पूंजी १.djvu/३८

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अंग्रेजी संस्करण की भूमिका . .

  • Das Kapital" ('पूंजी') के एक अंग्रेजी संस्करण के प्रकाशन की कोई सफाई देने की

मावश्यकता नहीं है। इसके विपरीत, इस बात की सफाई की पाशा की जा सकती है कि इस अंग्रेजी संस्करण में इतनी देर क्यों हो गयी, जबकि इस पुस्तक में जिन सिद्धान्तों का प्रतिपादन किया गया है, उनको इंगलैग और अमरीका, दोनों देशों के सामयिक प्रकाशनों तथा तत्कालीन साहित्य में पिछले कुछ वर्षों से लगातार चर्चा हो रही है, मालोचना-प्रत्यालोचना हो रही है, उनके तरह-तरह पर्ष लगाये जा रहे हैं और पर्ष का अनर्य किया जा रहा है। १८८३ में इस पुस्तक के लेखक को मृत्यु हो गयी। शीघ्र ही यह बात स्पष्ट हो गयी कि इसके एक अंग्रेजी संस्करण को सचमुच प्रावश्यकता है। तब मि० सैम्युमल मूर ने, जो अनेक वर्षों तक मास तथा इन पंक्तियों के लेखक के मित्र रहे हैं और जिनसे अधिक शायद और किसी को इस पुस्तक की जानकारी नहीं है, उस अनुवाद की जिम्मेवारी अपने कंधों पर ले ली, जिसे मार्स की साहित्यिक वसीयत के प्रबंधक जनता के सामने पेश करने के लिये उत्सुक थे। खयाल यह था कि अनुवाद की हस्तलिपि को मैं मूल रचना से मिला कर देख लूंगा और यदि मुझे कोई परिवर्तन मावश्यक प्रतीत होंगे, तो अनुवादक को बता दूंगा। जब धीरे-धीरे यह मालूम हुमा कि मि० मूर अपने पेशे के काम-धाम के कारण उतनी जल्दी अनुवाद खतम नहीं कर पा रहे हैं, जितनी जल्दी हम सब लोग चाहते थे, तो हमने में० एवलिंग का यह प्रस्ताव सहर्ष स्वीकार कर लिया कि काम का एक भाग वह निमटा है। साथ ही मार्स की सबसे छोटी पुत्री श्रीमती एवंलिंग ने यह तत्परता प्रकट की कि वह उद्धरणों को देख लेंगी कि सब ठीक है या नहीं, और मार्स ने अंग्रेजी भाषा के लेखकों तवा सरकारी प्रकाशनों से नो अनेक अंश लिये है तथा जिनको उन्होंने जर्मन भाषा में उल्था करके अपनी पुस्तक में इस्तेमाल किया है, उनका मूल अंग्रेजी पाठ अनुवाद में शामिल कर बेंगी। कतिपय अपरिहार्य अपवादों के सिवा पूरी पुस्तक में यह बात कर दी गयी है। पुस्तक के निम्नलिखित हिस्सों का अनुवाद ग० एवलिंग ने किया है : १) बसा अध्याय (काम का दिन) और ग्यारहवां अध्याय (अतिरिक्त मूल्य की दर और अतिरिक्त मूल्य की राशि); २) छा भाग (मजबूरी, जिसमें उन्नीसवें से लेकर बाईसवें अध्याय तक शामिल है); ३) चौबीसवें अध्याय के पोचे अनुभाग ("अतिरिक्त मूल्य के " प्रावि) से पुस्तक के अन्त तक, जिसमें चौबीसवें अध्याय का अन्तिम हिस्सा, पच्चीसवां अध्याय और पूरा पाठवा भाग (छब्बीसवें अध्याय से बत्तीसवें अध्याय तक) शामिल हैं; ४) लेखक की दो प्रस्तावनाएं। बाकी पूरी पुस्तक का अनुवाद मि० मूर ने किया है। इस प्रकार, नहाँ प्रत्येक अनुवादक केवल अपने-अपने हिस्से के काम के लिये जिम्मेवार है, वहां मुझपर पूरे अनुवाद की संयुक्त जिम्मेवारी है।