पृष्ठ:कार्ल मार्क्स पूंजी १.djvu/५५३

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पूंजीवादी उत्पादन : न केवल उत्पादन के प्राविधिक पापार में, बल्कि मजदूर के कार्यों में और मम-प्रक्रिया के सामाजिक संयोजनों में भी लगातार तबदीलियां कर रहा है। साथ ही वह इस तरह समाज में पाये जाने वाले श्रम-विभाजन में भी कान्ति पैदा कर देता है और पूंजी की राशियों को तथा मजदूरों के समूहों को उत्पादन की एक शाला से दूसरी शाला में निरन्तर स्थानांतरित करता रहता है। लेकिन इसलिये माधुनिक उद्योग खुद अपने स्वरूप के कारण यदि श्रम के निरन्तर परिवर्तन, काम के रूप में लगातार तबदीली और मजदूरों में सार्वत्रिक गतिशीलता को जरूरी बना देता है, तो, दूसरी पोर, अपने पूंजीवादी प माधुनिक उद्योग पुराने श्रम-विभाजन को, उसके अस्वीकृत विशेषीकरण के साप, पुनः पैदा कर देता है। हम यह देख चुके हैं कि माधुनिक उद्योग की प्राविधिक प्रावश्यकताओं और उसके पूंजीवादी रूप में निहित सामाजिक स्वरूप के बीच पाया जाने वाला यह परम विरोष किस तरह मजदूर के सम्बंध में हर प्रकार की स्थिरता और निश्चितता को खतम कर देता है और किस तरह वह सदा मजदूर को उसके श्रम के प्राचारों से वंचित करके जीवन-निर्वाह के साधनों को उससे छीन लेने और उसके तफसीली काम को अनावश्यक बनाकर खुब उसको फालतू बना देने की धमकी दिया करता है। हम यह भी देख चुके हैं कि यह विरोष किस तरह उस रावनी वस्तु का- उस रिजर्व प्रौद्योगिक सेना का निर्माण करके अपना गुस्सा निकालता है, जिसे केवल इसलिये मुसीबत में रखा जाता है कि वह सदा पूंजी के काम में माने के लिये तैयार रहे। हम देख चुके हैं कि यह विरोष किस तरह मजदूर-वर्ग के अनवरत बलिदानों में, श्रम-शक्ति के अंधाधुंध अपव्यय में और उस सामाजिक अराजकता द्वारा डायी गयी तबाही के रूप में अपना कोष व्यक्त करता है, जो हर प्रार्षिक प्रगति को एक सामाजिक विपत्ति में परिणत कर देती है। यह हमा उसका नकारात्मक पहलू। लेकिन यदि, एक पोर, काम में होने वाले परिवर्तन इस समय एक प्राकृतिक नियम की तरह बर्दस्ती अपना असर दिखाते हैं और यदि वे उस प्राकृतिक नियम की भांति, जिसका हर बिन्दु पर विरोध हो रहा है, एक अंधी शक्ति के रूप में मिटाते और नाश करते हुए अमल में पाते हैं, तो दूसरी ओर, माधुनिक उद्योग जिन विपत्तियों को ढाता . 1 अपने जीवन की सच्ची परिस्थितियों और दूसरों के साथ अपने सम्बंधों पर गंभीरता के साथ fair and I" (F. Engels und Karl Marx, “Manifest der Kommunistischen Partei" [फ़े• एंगेल्स और कार्ल मार्क्स , 'कम्युनिस्ट पार्टी का घोषणा-पत्र'], London, 1848, पृ. ५) "You take my life When you do take the means whereby I live.” ["जब तुम मेरे जीविका के साधन छीन लेते हो, तब असल में तुम मेरे प्राण हर लेते हो।"] (शेक्सपियर।) एक फ्रांसीसी मजदूर ने सान-फ्रांसिस्को से लौटकर यह लिखा है: "कैलिफोर्निया में मैंने जितने अलग-अलग तरह के धंधे किये, मैं कभी विश्वास नहीं कर सकता था कि मुझमें इतने प्रकार के काम करने की क्षमता है। मेरा दृढ़ विश्वास था कि मैं टाइप की छपाई के सिवा पौर किसी काम के लायक नहीं हूं... पर जब एक बार मैं दुस्साहसी लोगों की दुनिया में पहुंच गया जो कमीष की तरह अपना धंधा बदलते है, तब, जाहिर है, जिस तरह दूसरे लोग करते थे, उसी तरह मैंने भी करना शुरू कर दिया। बान के काम से चूंकि काफ़ी कमाई नहीं हुई, इसलिये मैं 3 .