पृष्ठ:कार्ल मार्क्स पूंजी २.djvu/२०७

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२०६ अध्याय १२ कार्य अवधि व्यवसाय की दो शाखाएं ले लें, जिनमें कार्य दिवस की लंबाई वरावर हो, यया दम- दस घंटे, जिनमें से एक भूत कातने की मिल है, दूसरा इंजन बनाने का कारखाना। इनमें एक शाखा में तैयार उत्पाद -ई के भूत-की एक निश्चित माना प्रति दिन अयवा प्रति सप्ताह निकलती है ; दूसरे में तैयार उत्पाद, इंजन का निर्माण करने के लिए श्रम प्रक्रिया को शायद तीन महीने दोहराना होता है। एक प्रसंग में उत्पाद विटिन्न प्रकृति का है, और प्रति दिन अयवा प्रति सप्ताह वही श्रम फिर शुरू होता है। दूसरे प्रसंग में श्रम प्रक्रिया निरंतर है और उसकी परिधि में दैनिक श्रम प्रक्रियाओं की काफी बड़ी संख्या होती है, जो अपने अंतर्सबंध ने, अपने कार्य के नरंतर्य से तैयार उत्पाद कुछ लंवी ही अवधि के वाद प्रस्तुत कर पाती है। यद्यपि दैनिक श्रम प्रक्रिया की अवधि यहां भी उतनी ही है, फिर भी उत्पादक क्रिया की अवधि में, अर्यात तयार उत्पाद प्रस्तुत करने, माल की हैसियत से उसे बाजार में लाने, अतः उसे उत्पादक पूंजी से माल पूंजी परिवर्तित करने के लिए आवश्यक पुनरावृत्त श्रम प्रक्रियाओं की अवधि में बहुत स्पष्ट भेद होता है। स्थायी और प्रचल पूंजी के भेद का इससे कोई संबंध नहीं है। उत्पादन को दोनों शाखाओं में स्थायी और प्रचल पूंजी बिल्कुल एक ही मात्रा में लगाई जाये, तब भी उल्लिम्बित भेद विद्यमान रहेगा। उत्पादक क्रिया की अवधि में ये भेद केवल उत्पादन के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में ही नहीं, वरन इसके अनुसार कि उत्पाद की कितनी मात्रा तैयार की जानी है, एक ही उत्पादन में भी देखे जा सकते हैं। सामान्य रिहायशी मकान बड़े कारखाने की अपेक्षा थोड़े समय में वन जाता है, अतः उसके लिए अपेक्षाकृत कम निरंतर श्रम प्रक्रियाओं की आवश्यकता होती है। इंजन बनाने में तीन ही महीने लगते हैं, तो बतखंद जंगी जहाज बनाने में साल भर या इससे ज्यादा लग जाता है। अनाज पैदा करने के लिए लगभग एक साल और बड़े ढोर पालने- पोसने में कई साल लग जाते हैं, तो वन उगाने में वारह से सौ साल तक लग जाते हैं। देहाती सड़क बनाने के लिए कुछ महीने काफ़ी होते हैं, तो रेलमार्ग बनाना वर्षों का काम है। मामूली दरी बनाने में करीब एक हप्ता ही लगता है, लेकिन गोवेलिन' बनाने में सालों लग जाते हैं, इत्यादि। इसलिए उत्पादक क्रिया संपन्न करने में जो समय लगता है, उसकी दि- विधता अनंत होती है। विख्यात और मूल्यवान फ्रांसीसी दीवारदरियां। -सं०