पृष्ठ:कार्ल मार्क्स पूंजी २.djvu/२६६

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परिवर्ती पूंजी का प्रावर्त . . १०० पाउंड की निवेशित परिवर्ती पूंजी प्रति सप्ताह १०० पाउंड वेशी मूल्य पैदा करती है, अतः ५० सप्ताह में ५०x१०० =५,००० पाउंड की निवेशित पूंजी ५,००० पाउंड वेशी मूल्य पैदा करती है। प्रति वर्ष उत्पादित वेशी मूल्य की राशि पूर्व प्रसंग जितनी ही है, यानी ५,००० पाउंड , किंतु वेशी मूल्य की वार्षिक दर विल्कुल भिन्न है । वह एक साल में पेशगी परिवर्ती ५,००० वे पूंजी से विभाजित वर्ष भर में उत्पादित वेशी मूल्य के वरावर है : अथवा १००%, ५,०००प जब कि पूंजी क के प्रसंग में यह दर १,०००% थी। क और ख दोनों ही पूंजियों के प्रसंग में हमने प्रति सप्ताह १०० पाउंड परिवर्ती पूंजी का निवेश किया है। स्वविस्तार की मात्रा अथवा वेशी मूल्य दर भी वही है, यानी १००% और परिवर्ती पूंजी का परिमाण उतना ही रहता है, यानी १०० पाउंड । श्रम शक्ति की उतनी ही मात्रा का समुपयोजन होता है, समुपयोजन का परिमाण और सीमा दोनों प्रसंगों में बरावर हैं, कार्य दिवस एक से हैं और आवश्यक श्रम तथा वेशी श्रम में वरावर-बरावर बंटे हुए हैं। दोनों ही प्रसंगों में एक साल के दौरान नियोजित परिवर्ती पूंजी की राशि ५,००० पाउंड है ; वह उतनी ही श्रम शक्ति को गतिशील बनाती है, और इन दोनों समान पूंजियों द्वारा गतिशील की गई श्रम शक्ति से उतनी ही राशि ५,००० पाउंड के वेशी मूल्य का दोहन करती है । फिर भी क और ख इन दोनों पूंजियों की वार्षिक वेशी मूल्य दर में ६००% का फ़र्क है। यह परिघटना सर्वथा यह धारणा पैदा करती है कि वेशी मूल्य दर केवल परिवर्ती पूंजी द्वारा गतिशील की गई श्रम शक्ति के समुपयोजन की तीव्रता और सीमा पर ही नहीं, वरन परिचलन प्रक्रिया से उत्पन्न ऐसे प्रभावों पर निर्भर करती है, जिनकी व्याख्या नहीं की जा सकती। और दरअसल उसका यही अर्थ लगाया भी गया है और अपने इस शुद्ध रूप में नहीं, तो कम से कम अपने ज्यादा पेचीदा और प्रच्छन्न रूप में, लाभ की वार्षिक दर के रूप में तीसरे दशक के प्रारंभ से उसने रिकार्डो धारा को पूर्णतः पराभूत कर दिया है। जब हम क और ख पूंजियों को विल्कुल एक जैसी अवस्थाओं में दिखाऊ ढंग से नहीं, दरअसल रखते हैं, तो इस परिघटना की विचित्रता एकदम गायव हो जाती है। ये समान अवस्थाएं तभी विद्यमान होती हैं कि जब परिवर्ती पूंजी ख की पूरी मात्रा श्रम शक्ति की अदायगी के लिए उसी अवधि में खर्च की जाती है, जिसमें पूंजी क ख़र्च की जाती है। उस हालत में पूंजी ख के ५,००० पाउंड ५ हफ्ते के लिए निवेशित किये जाते हैं, १,००० पाउंड प्रति सप्ताह के हिसाव से निवेश ५०,००० पाउंड प्रति वर्ष हो जाता है। तव हमारे पूर्वानुमानों के अनुसार वेशी मूल्य भी उसी प्रकार ५०,००० पाउंड हो जाता है। ५०,००० पाउंड की प्रावर्तित पूंजी को ५,००० पाउंड की पेशगी पूंजी से विभाजित करने पर आवतों की संख्या ५,००० वे ग्राती है। वेशी मूल्य दर अथवा १००% को ५,००० प आवर्तों की संख्या १० से गुणित करने पर वेशी मूल्य की वार्षिक दर ५०,००० वे ५,०००प या १,००० % अाती है। अब क और ख दोनों के लिए वेशी मूल्य की वार्षिक दर एक ही है, यानी १,०००%, किंतु वेशी मूल्य की राशि ख के प्रसंग में ५०,००० पाउंड - - १० या १०/१,