पृष्ठ:कार्ल मार्क्स पूंजी २.djvu/३७७

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

कुन सामाजिक पूंजी का पुनरुत्पादन तथा परिचलन I नया I के सामाजिक उत्पाद - उत्पादन साधन और उपभोग वस्तुओं- की समप्टि प्राने उपयोग मूल्य की दृष्टि से सचमुच अपने मूर्त , दैहिक रूप चालू वर्ष के श्रम का उत्पाद है, किंतु केवल उसी सीमा तक कि स्वयं इस श्रम को उपयोगी और मूर्त श्रम समझा जाता है, न कि अम शक्ति का व्यय अथवा मूल्य सृजक श्रम। और पहली बात भी केवल इस अर्थ में नही है कि उत्पादन साधनों ने केवल मात्र उनमें जोड़े गये सजीव श्रम की, उन पर काम करनेवाले श्रम की बदौलत अपने को नये उत्पाद में, चालू वर्ष के उत्पाद में परिणत कर लिया है। इसके विपरीत चालू वर्ष का श्रम अपने को अपने से स्वतंत्र उत्पादन साधनों के विना, श्रम उपकरणों तथा उत्पादन सामग्री के विना उत्पाद में परिणत नहीं कर सकता था। . ८. दोनों क्षेत्रों में स्थिर पूंजी ६,००० के उत्पाद के कुल मूल्य का तथा जिन संवर्गों में वह विभाजित होता है, उनका विश्लेषण वैयक्तिक पूंजी द्वारा उत्पादित मूल्य के विश्लेपण से कोई ज्यादा कठिनाई प्रस्तुत नहीं करता। इसके विपरीत दोनों एकरूप हैं। यहां समग्र वार्पिक सामाजिक उत्पाद में तीन सामाजिक कार्य दिवस हैं और इनमें से प्रत्येक एक साल का है। इनमें से प्रत्येक कार्य दिवस द्वारा अभिव्यक्त मूल्य ३,००० है, जिससे कुल उत्पाद द्वारा अभिव्यक्त मूल्य ३,०००४३, यानी ६,००० है। इसके अलावा इस कार्य काल के निम्नलिखित अंश उस एक वर्षीय उत्पादन प्रक्रिया से पहले ही समाप्त हो चुके हैं, जिसके उत्पाद का हम अव विश्लेपण कर रहे हैं : क्षेत्र I में कार्य दिवस का ४/३ भाग (४,००० का उत्पाद ) और क्षेत्र II में कार्य दिवस का २/३ भाग (२,००० का उत्पाद ), जिनका योग हुअा ६,००० के उत्पाद के दो सामाजिक कार्य दिवस। इस कारण ४,००० I+२,००० IIस=६,००°स उत्पादन साधनों के मूल्य रूप में अथवा सामाजिक उत्पाद के कुल मूल्य में पुनः प्रकट होनेवाले स्थिर पूंजी मूल्य के रूप में सामने आते हैं। फिर क्षेत्र I में नये जोड़े एक वर्ष के सामाजिक कार्य दिवस का एक तिहाई भाग अावश्यक श्रम अथवा वह श्रम है, जो १,००० 4 की परिवर्ती पूंजी के मूल्य को प्रतिस्थापित करता है और I में लगे श्रम की कीमत अदा करता है। इसी तरह II में सामाजिक कार्य दिवस का छठा भाग आवश्यक श्रम है, जिसका मूल्य ५०० है। अतः आधे सामाजिक कार्य दिवस का मूल्य अभिव्यक्त करनेवाला १,००० + ५०० II=१,५००५ चालू वर्प में जोड़े गये समुच्चित कार्य दिवस के अाधे भाग की मूल्य अभिव्यक्ति है, जिसमें आवश्यक श्रम समाहित है। अंततः क्षेत्न I समुच्चित कार्य दिवस का एक तिहाई भाग , जिसका उत्पाद १,००० का है , और क्षेत्र II में कार्य दिवस का छठा भाग, जिसका उत्पाद ५०० का है , बेशी श्रम है। दोनों मिलकर जोड़े हुए समुच्चित कार्य दिवस का दूसरा प्राधा भाग बनाते हैं । अतः कुल उत्पादित वेशी मूल्य १,००० + ५०० II अथवा १,५००वे के वरावर है। इस प्रकार: सामाजिक उत्पाद के मूल्य का स्थिर पूंजी अंश (स ): 1 1 वेशी धम .