पृष्ठ:कार्ल मार्क्स पूंजी २.djvu/४८६

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विषय-निर्देशिका ४८५ वेशी श्रम - देखें वेशी मूल्य । बैंक: - जमाएं-८४, ११४, ३०६, ३०६, ४३१ -बैंक व्यवसाय का संकेंद्रण-१२८ -जमानों की निकासी और मुद्रा बाजार - २५६-२६० - और द्रव्य पूंजी का परिचलन- ३०६, ३६२-३६३ -की परिसंपत्ति-३०६, ३०६ भ भंडारण: -की लागत- ११७, १२६-१३०, २२४ और भी देखें पूर्ति। भारत: - पर पूंजीवादी विश्व व्यापार का प्रभाव - ४३ -रैयत का माल उत्पादन- १०६ - समुदाय में लेखाकरण पद्धति - १२७ - अर्थव्यवस्था पर अमरीकी गृहयुद्ध का प्रभाव-१३३ १८६६ का अकाल १३३ - में अकाल और पशुपालन - २१३ -इंगलैंड से व्यापार और उधार के संबंध- २२७ - को अंग्रेज़ी सूत और सूती माल का निर्यात- २८३-२८४ भूदासत्व : -पर आधारित राजकीय उत्पादन १०६ - कृषक भूदास का श्रम- ३४० स्वामित्व : - भूदास प्रथा की समाप्ति के बाद रूस में भूस्वामित्व- ४०-४१ - समाज द्वारा भूसंपत्ति का बहुत पहले प्रतिदान किया जा चुका है- ३१५ मंडी (बाजार): -विश्व मंडी और औद्योगिक पूंजी का परिचलन-१०६ -विश्व मंडी का विकास और पूर्ति का परिमाण- १३५ -और विक्रय अवधि-२२४ -परिवहन और वाज़ार . का संकेंद्रण- २२५-२२६ -- परिवहन और विश्व मंडी- २२५-२२६ - मुद्रा बाज़ार में संकट और उत्पादन प्रक्रिया की असामान्य परिस्थितियां-२८४ और भी देखें व्यापार। मजदूर, मजदूर वर्ग- देखें वर्ग, श्रम शक्ति । मजदूरी (उजरत): -के प्रथम तर्कसंगत सिद्धांत का मार्क्स द्वारा सृजन-२६ और उत्पाद का मूल्य - २७, ७१-७२ -श्रम शक्ति की कीमत के प्रच्छन्न की तरह-३६-३७, ११० - मजदूर के भावी श्रम का परिवर्तित रूप- ७२-७३ -से बचत-११३ और कीमतें-३०१, ३०३ और शोषण का तीव्रीकरण -३१४ - मजदूर की प्राय के रूप में - ३४१ - परिचलन में मजदूरी के लिए पेशगी द्रव्य की भूमिका-३६४, ४१८-४१६ - का सामान्य औसत से नीचे गिरना-४४४ मरम्मत (जीर्णोद्धार, प्रतिकार ) : -की लागत- ११४, १६१-१६३ - की लागत का परिकलन-१६२-१६३ - साधारण और मूलभूत - १६३ - वास्तविक मरम्मत और प्रतिस्थापन - १६३-१६४ -आंशिक पुनरुत्पादन के साथ अंतग्रंथित - १६५-१६६