पृष्ठ:काव्य-निर्णय.djvu/२३

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वाक्य से ध्वनि का वर्णन (१४२), स्वयंलक्षित पद-गत ध्वनि वर्णन (१४३), पुनः पद-गत ध्वनि वर्णन, ध्वनि-संख्या वर्णन (१४४) :

७-सप्तम उल्लास:
१४६-१५७
 

गुणीभूत व्यंग्य लक्षण और उसके भेद वर्णन (१४६), अगूढ व्यंग्य-लक्षण, उदाहरण वर्णन, अत्यंत तिरस्कृत वाच्य-ध्वनि उदाहरण वर्णन (१४७), द्वितीय अपरांग व्यंग्य वर्णन, (१४८), उदाहरण वर्णन, तृतीय तुल्य प्रधान व्यंग्य और उदाहरण वर्णन (१४६), पुनः उदाहरण वर्णन, चतुर्थ श्रस्फुट व्यंग्य वर्णन, उदाहरण वर्णन (१५०), पंचम काकुक्षिप्त व्यंग्य वर्णन (१५१), उदाहरण वर्णन, षष्ठ वाच्य-सिद्धांग व्यंग्य और उदाहरण वर्णन (१५२), द्वितीय भेद पर वाच्य व्यंग्य लक्षण-उदाहरण वर्णन (१५३), सप्तम संदिग्ध व्यंग्य वर्णन, उदाहरण वर्णन, असुंदर व्यंग्य लक्षण-उदाहरण वर्णन (१५४), अवर-काव्य वर्णन (१५५), काव्य-भेद वर्णन, वाच्य चित्र और अर्थ चित्र वर्णन (१५६) :

2-अष्टम उल्लास:
१५८-२००
 

उपमादि अलंकार वर्णन (१५८), उपमा-लक्षण वर्णन (१६०), प्रथम आर्थी-उपमा लक्षण और उदाहरण वर्णन (१६१), मालोपमा वर्णन (१६२), अनेक की एक से मालोपमा का वर्णन, एक की अनेक से मालोपमा का वर्णन, भिन्न धर्म की मालोपमा, एक धर्म को मालोपमा,(१६३), अनेक की अनेक से मालोपमा का वर्णन (१६४); लुप्तोपमा लक्षण, प्रथम धर्म-लुप्तोपमा वर्णन (१६५), उपमान-लुप्तोपमा, वाचक-लुप्तोपमा, उपमेय-लुप्तोपमा, वाचक-धर्मलुप्तोपमा (१६६),वाचक-उपमान-लुप्तोपमा, उपमेय-धर्म लुप्तोपमा, उपमेय-वाचक और धर्म लुप्तोपमा उदाहरण.वर्णन (१६७), अनन्वय और उपमेयोपमा लक्षण वर्णन (१६६), अनन्वय उदाहरण, प्रतीप लक्षण वणन (१७०), प्रथम प्रतीप उदाहरण वर्णन (१७१), द्वितीय प्रतीप अनादर वर्णन का उदाहरण (१७२),अन्य प्रतीर वर्णन, द्वितीय प्रतीप उपमान के अनादर से प्रतीप का वर्णन उदाहरण वर्णन (१७३), चतुर्थ प्रतीप उदाहरण वर्णन, पंचम प्रतीप लक्षण-उदाहरण वर्णन (१७४), श्रौती-उपमा लक्षण (१७५), उदाहरण वर्णन, औती-मालोपमा धर्म से (१७६), श्लेष से उदाहरण (१७७),.दृष्टांत-अलंकार लक्षण वर्णन, भेद वर्णन (१७८), साधर्म दृष्टांत का उदाहरण (१८०), साधारण दृष्टांत की माला, वैधर्म दृष्टांत का वर्णन(१८१), आंतरन्यास लक्षण वर्णन (१८२), आंतरन्यास-साधर्म