पृष्ठ:काश्मीर कुसुम.djvu/३३

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नाम राजाओं को राज संख्या गत कलि ड्रायर के मत से समय कनिडम के मत से समय विलसन के मत से समय विप वर्णन । राज्यकाल २२५ | संग्रामटेव * २२६ पर्वगुप्त १२७ / क्षेमगुप्त ४.६२ ४०७० । ४ | ८५१ ४०७४।१०८५२ ।। ८४८ ८४८ ८५० डाला. उस का पुत्र एक बरस राज करके दादो के डर से फकीन हो गया. फिर भुवनगुप्त और वह- मन (भीमगुप्त ) गद्दी पर बैठे पर इन की दादी ने पूनको मारडाला । फिर विग्रहदेव राजा हुआ । यह दिद्दा का अतीजा था। इम को भी दृसिंहराय नाम- क दिदा के साधक वज़ीर ने मारडाला । 1६10 | पर्वगुप्त ने मारडाला । १18 | सुरेश्वरी क्षेत्र में मारा गया । 8 | ६ | बौदों के बहुत ले विहार तोड़ डाले। किसी के मत से आठ वरस । १३९० १।१ | इसकी दादी दिहारानी ने इसको मारडाला । ४ तथा । ध्रुवाचार्य और पिचुत पंडित इसकी सभा में थे। का. लिदास तथा श्रीहर्षादि कवि और एक विक्रम भी | इसी के समय में थे। अर्थात् इस समय से हर्ष के ८५८ 292 ८७५ २३० १२८ | अभिमन्युगुप्त | ४०८८।८ १२८ | नन्दिगुप्त ४०८९८ टभुवनगुप्त ४०८४18 १३२ / भीमगुप्त * ४०००० ८७२ ८७३ ८८४ ८७८ ८७५ Ces