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क्रम विषय पृ॰ सं॰ क्रम विषय पृ॰ सं॰
४९. अवसर की परख २०६ ७९. मित्रता २६६
५०. स्थान का विचार २०८ ८०. मित्रता के लिए योग्यता २६८
५१. विश्वस्त पुरुषों की परीक्षा २१० ८१. घनिष्ठ मित्रता २७०
५२. पुरुष परीक्षा और नियुक्ति २१२ ८२. विघातक मैत्री २७२
५३. बन्धुता २१४ ८३. कपट मैत्री २७४
५४. निश्चिन्तता से बचाव २१६ ८४. मूर्खता २७६
५५. न्याय-शासन २१८ ८५. अहङ्कारपूर्ण मूढ़ता २७८
५६. अत्याचार २२० ८६. उद्धतता २८०
५७. भयप्रद कृत्या का त्याग २२२ ८७. शत्रु की परख २८२
५८. विचारशीलता २२४ ८८. शत्रुओं के साथ व्यवहार २८४
५९. गुप्तचर २२६ ८९. घर का भेदी २८६
६०. उत्साह १२८ ९०. बड़ों के प्रति दुर्व्यवहार... २८८
६१. आलस्य त्याग २३० ९१. स्त्री की दासता २९०
६२. पुरुषार्थ २३२ ९२. वेश्या २९२
६३. संकट में धैर्य २३४ ९३. मद्य का त्याग २९४
६४. मन्त्री २३६ ९४. जुआ २९६
६५. वाक्‌पटुता २३८ ९५. औषधि २९८
६६. शुभाचरण २४० ९६. कुलीनता ३००
६७. स्वभाव निर्णय २४२ ९७. प्रतिष्ठा ३०२
६८. कार्यसंचालन २४४ ९८. महत्त्व ३०४
६९. राज-दूत २४६ ९९. योग्यता ३०६
७०. राजाओं के समक्ष व्यवहार २४८ १००. सभ्यता ३०८
७१. मुखाकृति से मनोभाव २५० १०१. निरुपयोगी धन ३१०
७२. श्रोताओं का निर्णय २५२ १०२. लज्जाशीलता ३१२
७३. सभा में प्रौढ़ता २५४ १०३. कुलोन्नति ३१४
७४. देश २५६ १०४. खेती ३१६
७५. दुर्ग २५८ १०५. दरिद्रता ३१८
७६. धनोपार्जन २६० १०६. भिक्षा ३२०
७७. सैना के लक्षण २६२ १०७. भीख माँगने से भय ३२२
७८. वीरयोद्धा का आत्मगौरव २६४ १०८. भ्रष्ट जीवन ३२४