पृष्ठ:कोड स्वराज.pdf/१६४

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।

कोड स्वराज

मुझे लगता है कि कोड स्वराज, इंटरनेट और, कानून से भी ज्यादा अन्य क्षेत्रों को इंगित करता है, हमारी तकनीकी मानको की स्वतंत्रता का संघर्ष, इसका एक उदाहरण है। हमारे विश्व का ज्यादा से ज्यादा तकनीकीकरण हो रहा है। अतः यह नितान्त जरुरी है कि हम यह समझे कि हमारे विश्व के प्रमुख संरनात्मक ढांचों का संचालन कैसे होता है। मानक हम सब की सर्वसमत्ति को दर्शाता है कि चीजें को कैसा बनाया जाय। कोड स्वराज यह कहता है कि यदि कोई मानक अर्थपूर्ण है तो उसे सभी लोगों को पढ़ने के लिए, और उस पर विवेचना करने के लिये उपलब्ध होने चाहिए। कोई भी निजी मानक, किसी भी निजी कानून की भांति मूर्खतापूर्ण ही होगा।

मुझे इला भट्ट के शब्द याद हैं जिन्होंने हमसे कहा था कि हमें अपने लक्ष्यों के प्रति आकांक्षापूर्ण होना चाहिए। हमें विश्व की शांति के लिए काम करना चाहिए, भले ही हमें इस बात का विश्वास हो कि यह कार्य जल्द नहीं हो सकता, भले ही हमें यह भी विश्वास न हो कि ऐसा कभी भी होगा। फिर भी हमें उसके लिए प्रयास जरुर करते रहना चाहिए।

ज्ञान की प्राप्ति भी एक आकांक्षापूर्ण लक्ष्य है। हमें उसके लिए काम करते रहना चाहिए और जैसे हिंद स्वराज का लक्ष्य, भारत के भविष्य के कुछ अकांक्षापूर्ण लक्ष्यों के साथ जुड़ा था, मुझे विश्वास है कि कोड स्वराज का लक्ष्य भी, वैश्विक ज्ञान के सार्वजनिक अभिगमन के लक्ष्यों को साथ संलग्न है। यदि हमारे पास कोड स्वराज नहीं है तो हम कभी भी ज्ञान के अभिगमन की स्वतंत्रता प्राप्त नहीं कर पाएगें। यदि आपके पास कानून की खुली किताब नहीं होगी तो आप कभी भी सूचना को लोकतांत्रीकरण करने में सक्षम नहीं हो पाएगें। यह, एक लोकतंत्र में, लोगों द्वारा अपनी ही किस्मत को, अपने ही नियंत्रण में करने के बारे में है।

ओपन गर्वमेंट: एक मंत्र

बराक ओबामा के कार्यभार संभालने के बाद एक दिलचस्प घटना हुई। सिलिकॉन वैली में वर्षों से चल रही सरकारी सूचना के लिए चल रहे हमारे संघर्ष को एक विवाद की तरह देखा जा रहा था। लेकिन, प्रौद्योगिकी की शक्ति का उपयोग कर सरकार को बेहतर बनाने के ओबामा के प्रयास के चलते, लोगों में आशा की एक लहर दौड़ गई। गूगल और फेशबुक के वरिष्ठ इंजीनियरों ने अधिक वेतन वाली अपनी नौकरी छोड़कर व्हाइट हाउस में काम करने के लिए आ गये।

राष्ट्रपति ने एक चीफ टैक्नोलॉजी ऑफिसर को नियुक्त किया और मेरा यह मानना था कि जिन तीन लोगों ने उन पदों के कार्यभार संभाले, वे सभी मेरे दोस्त समान थे। नेशनल आर्काइव के लिये डेविड फेरिएरो (David Ferriero) जैसे दूरदर्शी अधिकारियों को पूरी एजेंसियों को चलाने का काम दिया गया था। रिपब्लिकन, कांग्रेस को चला रहे थे, लेकिन ऐसा लग रहा था कि वे भी प्रौद्योगिकी को अपनाना चाह रहे थे। मैं कंजरवेटिव रिपब्लिकन, कांग्रेस के सदस्य डैरेल ईसा के साथ मिलकर काम कर रहा था, मुझे भी यह सब दिखाई दे रहा था। उनका मुख्य काम कांग्रेसनल वीडियोज़ के एक बड़े हिस्से को सार्वजनिक करना था।

156