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खग्रास

निरीह जनों पर मृत्यु वर्षा करने को अनगिनत मात्रा में तैयार हो रहे हैं।"

"परन्तु कृत्रिम उपग्रहों ने विज्ञान का मुँह अब ज्ञान की ओर फेर दिया है और आशा है कि अब मनुष्य कुछ दूसरे ही ढंग पर सोचेगा?"

"मनुष्य तो बहुत कुछ सोच रहा है। परन्तु राजनीतिज्ञ सोचने दें तब न?"

वेनगार्ड राकेट

अमरीकी अन्तरिक्ष विशेषज्ञ डा॰ फैन्ड सिगट अपनी पत्नी से कह रहे थें—

"क्या मैं तुमसे नहीं कह रहा था कि तुम देखोगी कि एक कृत्रिम चाँद पृथ्वी के वायु मण्डल को प्रबल वेग से पार कर अन्तरिक्ष में विलीन हो जायगा। और असीम अन्तरिक्ष में पृथ्वी की परिक्रमा शुरू कर देगा।"

"यदि तुम्हारा कहना सच मान लिया जाय तो कहा जा सकता है कि आज तक मनुष्य ने जितनी वस्तुओं का निर्माण किया है—उनमें यह कृत्रिम उपग्रह सबसे अधिक विस्मयकारी और विचित्र वस्तु है।"

"तो यही पृथ्वी की सबसे अधिक विस्मयकारी वस्तु है। प्रोजेक्ट-वेनगार्ड ने दो वर्ष के भगीरथ प्रयास के बाद ऐसे १५ उपग्रह तैयार किये हैं, जो पृथ्वी से ३०० मील ऊपर की सूचना पृथ्वी पर भेजेंगे। ये उपग्रह १८ हजार मील प्रति घण्टा की चाल से पृथ्वी की परिक्रमा करेंगे।

"अठारह हजार मील प्रति घण्टा?"

"अवश्य ही यह आश्चर्य की बात है। देखो—इसका आकार गोल और व्यास केवल २० इंच है, वजन भी इसका केवल इक्कीस पोण्ड ही है। बाहरी खोल का वजन ११ पौण्ड है। यह खोल ताम्बे, जिंक, निकल और चांदी की परतों पर सोने की परत चढ़ा कर बनाया है तथा उस पर मैंगनीशियम की तह है। बाहरी तह इस उपग्रह में फिर गिराए गए यन्त्रों की सूर्यताप से तथा सूर्य से दूर रहने पर शीत से रक्षा करेगी।"