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ग़दर के पत्र


बच्चे को नहीं दिया। मेरठ में आकर जब हाकिम के हवाले किया, तो उसे कृतज्ञता-स्वरूप १००) नकद देने लगे। उसने लेने से इनकार कर दिया। पर यह कहा कि एक कुआँ उसके नाम से बनवा दिया जाय। इस प्रकार ऐसे भयानक अत्या- चार किए गए! बच्चे माता के गर्भ से निकाले गए। छोटे- छोटे बच्चे तलवार और बर्छों की नोक पर उठाकर बाज़ारों में घुमाए गए। औरतों को नंगी करके अत्यंत अपमान से कत्ल किया गया। इसी कारण से ईश्वर ने विद्रोह को विफल किया और अँगरेज़ी शासन फिर स्थापित हो गया।



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