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ग़दर के पत्र


करते हैं, वह वैसी ही सही और ज़ोरदार है, जैसी पहली थी। और, जब तक हम अपने उद्देश्य पर न पहुँच जायँ, हम कुछ लाभदायक कार्रवाई न कर सकेंगे। और, अमली काम की यह हालत है कि इस कठिनाई के होते हुए जो तोपखाना व हथियार आदि के प्राप्त करने में बरदाश्त करनी पड़ती है -- मेरे तोपखाने का कमांडिंग अफसर सिर्फ ६ तोपों के चलाने का प्रबंध कर सकता है! और, मेरे इंजीनियर के पास रेत का एक भी थैला मौजूद नहीं है, यह वास्तव में अत्यंत कष्ट- दायक बात है। मैंने इस समय तक कभी वाकायदा आक्रमण करने का खयाल नहीं किया, जब तक कि मुझे यह आशा न हो गई कि जो तोपें मेरे विरुद्ध लाई जावेंगी, मैं उन्हें शांत कर दूँगा।

पर इस काम को समाप्त करने के विचार से उनके और भी निकट तक पहुँचने को आवश्यकता है। देर करना विद्रोहियों को एकत्र कर देता है और आक्रमण को अत्यंत बलवान् बना देता है। लेकिन मैं स्वीकार करता हूँ कि ऐसी कार्यवाही घातक प्रभाव भी अपने में रख सकती है। फिर भी मैं सच्चाई के साथ यह नहीं सोच सकता कि जब उन्हें दिल्ली के दर्वाज़े बंद करने का अवसर दिया गया था, तो उस समय हम इससे अधिक कर सकते थे, जितना कि हमने किया।

यदि मेरठ की फ़ौज तत्काल ही देहली में घुस जाती, तो सब कुछ बचाया जा सकता था, परंतु जब अंबालेवाली