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पृष्ठ:गुप्त-धन 2.pdf/१८५

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शादी की वजह
१९१
 

२—मेरे बाप-दादा सभी शादी करते चले आये है इसलिए मुझे भी शादी करनी पड़ी।

३—मै हमेशा से खामोश और कम बोलनेवाला रहा हूँ, इनकार न कर सका।

४—मेरे ससुर ने शुरू मे अपने धन-दौलत का बहुत प्रदर्शन किया इसलिए मेरे माँ-बाप ने फौरन मेरी शादी मजूर कर ली।

५—नौकर अच्छे नहीं मिलते थे और अगर मिलते भी थे तो ठहरते नहीं थे। खास तौर पर खाना पकानेवाला अच्छा नहीं मिलता। शादी के बाद इस मुसीबत से छुटकारा मिल गया।

६—मै अपना जीवन-बीमा कराना चाहता था और खानापूरी के वास्ते विधवा का नाम लिखना जरूरी था।

७—मेरी शादी जिद मे हुई। मेरे ससुर शादी के लिए रजामन्द न होते थे मगर मेरे पिता को जिद हो गयी। इसलिए मेरी शादी हुई। आखिरकार मेरे ससुर को मेरी शादी करनी ही पड़ी।

८—मेरे ससुरालवाले बडे ऊँचे खानदान के है इसलिए मेरे माता-पिता ने कोशिश करके मेरी शादी की।

९—मेरी शिक्षा की कोई उचित व्यवस्था न थी इसलिए मुझे शादी करनी पड़ी।

१०—मेरे और मेरी बीवी के जनम के पहले ही हम दोनो के माँ-बाप मे शादी की बातचीत पक्की हो गयी थी।

११—लोगो के आग्रह से पिता ने शादी कर दी।

१२—नस्ल और खानदान चलाने के लिए शादी की।

१३—मेरी माँ का देहान्त हो गया था और कोई घर को देखनेवाला न था इसलिए मजबूरन शादी करना पड़ी।

१४—मेरी बहने अकेली थी, इस वास्ते शादी कर ली।

१५—मै अकेला था, दफ्तर जाते वक्त मकान मे ताला लगाना पड़ता था इसलिए शादी कर ली।

१६—मेरी माँ ने कसम दिलायी थी इसलिए शादी की।

१७—मेरी पहली बीवी की औलाद को परवरिश की जरूरत थी, इसलिए शादी की।

१८—मेरी माँ का खयाल था कि वह जल्द मरनेवाली है और मेरी शादी