पृष्ठ:गुप्त-निबन्धावली.djvu/२३१

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गुप्त-निबन्धावली चिठे और खत को दुःखित कर रहा है, गिरकर पड़ा रहना उससे भी अधिक दुःखित करता है। आपका पद छूट गया, तथापि आपका पीछा नहीं छूटा है । एक अदना क्लक जिसे नौकरी छोड़नेके लिये एक महीनेका नोटिस मिल गया हो नोटिसकी अवधिको बड़ी घृणासे काटता है। आपको इस समय अपने पदपर रहना कहां तक पसन्द है, यह आपही जानते होंगे। अपनी दशापर आपको कैसी घृणा आती है, इस बातके जानलेनेका इस देशके वासियोंको अवसर नहीं मिला । पर पतनके पीछे इतनी उलझनमें पड़ते उन्होंने किसीको नहीं देखा । _____माई लाड ! एकवार अपने कामोंकी ओर ध्यान दीजिये। आप किस कामको आये थे और क्या कर चले ? शासकका प्रजाके प्रति कुछ तो कर्तव्य होता है, यह बात आप निश्चय मानते होंगे। मो कृपा करके बतलाइये क्या कतव्य आप इस देशको प्रजाक साथ पालन कर चले ? क्या आंख बन्द करके मनमाने हुक्म चलाना और किसीकी कुछ न सुननेका नामही शासन है ? क्या प्रजाको बानपर कभी कान न देना और उसको दबाकर उसकी मर्जीके विरुद्ध जिद्दसे सब काम किये चले जानाही शासन कहलाता है ? एक काम तो ऐमा बताइये, जिसमें आपने जिद छोड़कर प्रजाकी वातपर ध्यान दिया हो। केसर और जार भी घेरने-घोटनेसे प्रजाकी बात सुन लेते हैं, पर आप एक मौका तो ऐसा बताइये जिसमें किसी अनुरोध या प्रार्थना सुननेके लिये प्रजाके लोगोंको आपने अपने निकट फटकने दिया हो और उनकी बात सुनी हो । नादिरशाहने जब दिल्लीमें कतलेआम किया तो आसिफजाहके तलवार गलेमें डालकर प्रार्थना करनेपर उसने कतलेआम उसी दम रोक दिया। पर आठ करोड़ प्रजाके गिड़गिड़ाकर बङ्गविच्छेद न करनेकी प्रार्थना पर आपने जरा भी ध्यान नहीं दिया । इस समय आपकी शासन अवधि पूरी हो गई है, तथापि बङ्गविच्छेद किये बिना घर जाना आपको [ २१४ ]