पृष्ठ:गुप्त धन 1.pdf/२५३

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
मुबारक बीमारी
२४१
 

रहूँगा! यह नहीं होने का। काग़ज़ लिये हुए देवकी के पास आये और बोले—लाला जी ने दीनानाथ को मैनेजर बनाया है, उन्हें मुझ पर इतना एतबार भी नहीं है, लेकिन मैं इस मौके को हाथ से न जाने दूंगा। उनकी बीमारी का अफसोस तो जरूर है मगर शायद परमात्मा ने मुझे अपनी योग्यता दिखलाने का यह अबसर दिया है। और इससे मैं ज़रूर फायदा उठाऊँगा। कारखाने के कर्मचारियों ने इस दुर्घटना की खबर सुनी तो बहुत घबराये। उनमें कई निकम्मे, बेमसरफ आदमी भरे हुए थे, जो सिर्फ खुशामद और चिकनी-चुपड़ी बातों की रोटी खाते थे। मिस्त्री ने कई दूसरे कारखानों में मरम्मत का काम उठा लिया था और रोज किसी न किसी बहाने से खिसक जाता था। फायरमैन और मशीनमैन दिन को तो झूठ-मूठ चक्की की सफ़ाई में काटते थे और रात को काम करके ओवर टाइम की मजदूरी ले लिया करते थे। दीनानाथ ज़रूर होशियार और तजबेकार आदमी था, मगर उसे भी काम करने के मुकाबिले में 'जी हाँ' रटते रहने में ज्यादा मजा आता था। लाला हरनामदास मजदूरी देने में बहुत हीले हवाले किया करते थे और अक्सर काट-कपट के भी आदी थे। इसी को वह कारबार का अच्छा उसूल समझते थे।

हरिदास ने कारखाने में पहुँचते ही साफ शब्दों में कह दिया कि तुम लोगों को मेरे वक्त में जी लगाकर काम करना होगा। मैं इसी महीने में काम देखकर सब की तरक्की करूँगा। मगर अब टाल-मटोल का गुजर नहीं, जिन्हें मंजूर न हो वह अपना बोरिया-बिस्तर सम्हालें और फिर दीनानाथ को बुलाकर कहा—भाई साहब, मुझे खूब मालूम है कि आप होशियार और सूझ-बूझ रखनेवाले आदमी हैं। आपने अब तक यहाँ का जो रंग देखा, वही अख्तियार किया है। लेकिन अब मुझे आपके तजुर्बे और मेहनत की ज़रूरत है। पुराने हिसाबों की जांच-पड़ताल कीजिए। बाहर से काम लाना मेरा जिम्मा है लेकिन यहाँ का इन्तजाम आपके सुपुर्द है। जो कुछ नफा होगा, उसमें आपका भी हिस्सा होगा! मैं चाहता हूँ कि दादा की अनुपस्थिति में कुछ अच्छा काम करके दिखाऊँ।

इस मुस्तैदी और चुस्ती का असर बहुत जल्द कारखाने में नजर आने लगा। हरिदास ने खूब इश्तहार बँटवाये। उसका असर यह हुआ कि काम आने लगा। दीनानाथ की मुस्तैदी की बदौलत गाहकों को नियत समय पर और किफायत से आटा मिलने लगा। पहला महीना भी खत्म न हुआ था कि हरिदास ने नयी मशीन मँगवायी। थोड़े अनुभवी आदमी रख लिये, फिर क्या था सारे शहर में इस कारखाने की धूम मच गयी। हरिदास गाहकों से इतनी अच्छी तरह पेश आता कि जो एक

१६