पृष्ठ:गोदान.pdf/८

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ प्रमाणित है।

अंतिम यात्रा

लमही की कोठरी जिसमें जन्म हुआ,

हिन्दी कवि त्रिलोचन और चेक विद्वान स्मैकल खड़े हैंं।