पृष्ठ:गोल-सभा.djvu/८

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

(२) गांधी और ब्रिटिश राजनीतिज्ञ यह किसी भी दशा में नहीं विश्वास करते कि बल से भारत पर शासन हो सकेगा, और जब तक अमन- आमान कायम रखने की अभिलाषा प्रजा के दिल में न उत्पन्न हो, तब तक शांति और सुव्यवस्था नहीं बनी रह सकती। परंतु सबके अंत की बात तो यह है कि भारत और ग्रेट ब्रिटेन में सुलह होनी संभव ही नहीं है । सुलह का सीधा अर्थ यह है कि दोनो सत्तात्रों में से एक आत्मघात करे । हमने पाठकों के सामने इस पुस्तक को सिर्फ इसलिये रक्खा है कि निकट भविष्य में जो कुछ राजनीतिक दाव-पेंच खेले जानेवाले हैं, और जिनका परिणाम सुलह नहीं विग्रह है, समझने में आपको सहायता मिले। अमीनाबाद-पार्क लखनऊ श्रीचतुरसेन वैद्य ता० २८३३३