पृष्ठ:चंदायन.djvu/३४५

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१३६ टिप्पणी-(१) कटक पाा-सेना साना किया। टंक चाल आ जान् इटक (उडीसा एक प्रसिद्ध स्थान से चलकर आपा, पार है । दोहाँ-लोक क्याओंरे अन्नार दोहाँ मे लेकका माई, जिते लोककथाओंमे सैक्र भी कहा गया है, रहता था और यहाँ उसको गार भैसोश राड़ा या! (२) एस्मर-अला। (१) मोडहिं- गायोंको। (७) फेरों-(धा० पेरेरना)--रिसोरे विजोग, चिपाड कर रोना; चिल्लाना। ४५३-? (अनुपलब्ध)