पृष्ठ:चंदायन.djvu/३७१

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३६३ चौसठ योगनियाँ रेकर आकाशमे गाने लगी। इस प्रकार को ऑगनमें गानेकी जो झार उठी, वह सहदेव गढ तक सुनाई पड़ी। सहदेवने ग्बीझर अपनी दासी को यह देखने के लिए भेजा कि कौन-सी स्त्रियाँ उसके यहाँ मॅगल चार कर रही हैं। उनके लडकोंकी पाल्में अभी मैं भूसा भरवाता हूँ। दासीने आपर देखा कि वहाँ गाँधी कोई स्त्री नहीं है। येवल घरती चार स्त्रियों हैं। और आवर राजासे यही बात कह दी। निदान यह चुप रह गया। पण्डितजीने शिवचन्दसे तिलक चढानेको कहा और शिवचन्दने तिलक चढाया। उसके बाद पण्डितजीने आशीवाद दिया । पश्चात् तिलकवागधे लिए भोजनकी तैयारी हुई। भोजन करार दूबे, मितारजइल, सँवरू और लोरिषने भी भोजन किया। तदन्तर पण्डितजी लग्न पनी बनाने लगे। तब वेने शिवचन्दसे कहा--आप गाँव वारों को देस ही रहे हैं। उन्होंने हमसे वैमनस्यता ठान रती है, इसलिए बारातम कोई भी अगोरिया नहीं जायेगा | आप बहुत बडा प्रबन्ध मत कीजिएगा। बारातम केवल चार आदमी आएँगे-लडका, ल्हवे का बड़ा भाई, गुरू और मैं। धीरे धीरे विवाहका दिन निकट जाया । नहा धोकर जब लोरिक बारात लिए तैयार हुआ तब मदागिनने उसके सामने भोजन रसा और कहा-सात नदी और चौदह पहाड पार करना है । लेफिन इस बीच न तो तुम्हें भूस ही लगेगी और न तो तुम्हारी धोती खुलेगी । मजरीसे विवाह पर जर कोहबरमें जाओगे तभी भूख लगेगी और जब सेजपर बैठोगे तभी धोती ढीली होगी। लोकाचारके पश्चात् चारों आदमी बारातो रूपमें अगोरियाके लिए रवाना हुए और दरवाजेसे निकलकर गलियों में होते हुए सइदेवके महल्लै निस्ट पहुँचे । ऊपर कोठे पर सहदेवकी बेटी चन्दा बैटी थी उसकी दृष्टि लोरिक पर पड़ी और उसे देखते ही वह मूर्छित हो गयी। चन्दाको मूर्हित देयकर मुनिया दासीने उसे तत्काल उठाया और उससे मूर्छित होनेका कारण पूछने लगी। चन्दाने बताया- बारात सजाये गा रहा है। उसके पुत्र पर मुग्ध होकर मैं मूर्छित हो गयी थी । तुम मॉसे जाकर कहो कि उसी घर साथ मेरा विवाह कर द । गाँवका ही इतना सुन्दर वर विदेश ब्याइने जा रहा है। यदि उससे मेरा विवाह न हुआ तो मैं आत्महत्या कर लूंगी। यह मुनकर दासीसे बहुत सेद हुआ और वह बोली-तुम्हारे जन्मको धिकार है। तुम राजा घर जन्म लेकर उनसे कुल्म कल्क लगानोगी। और पिर बह जाकर रानीसे बोली-चन्दा तुम्हारे घर बेटी नहीं, शनु पैदा हुई है। दूचे तुम्हारे गॉवत्री प्रजा है और वह उसीरे थेटेसे विवाह परना चाहती है। रानीने जर यह मुना तो बद्द दासी पर ही नाराज हुई। बोली-मेरी वेटीको झूठा कल्क स्गा रही है। और उसे मारने लगी। दासीने कहा-जावर अपनी बेटी हाल देखिये। चन्दाके पास जाकर जा रानीने उसकी अवस्था देखी तो वहने लगी-करे