पृष्ठ:चंदायन.djvu/३९६

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३८८ आदमी नहीं मिला जो तुम मेरे पीटपर अगार डाल रही हो ? ससारमे न जाने किटने कुंवारे हैं । दिल्फ चढावर ब्याह क्यो नहीं कर लेती ! तुम मेरे पतिको भुलार मेरी सौत क्यों बन रही हो? अभी पल तो यह मेरा गौना पराउर लाये और आज तुम सौत बन गयी। चन्दाका यह सुनना था कि वह मजरीको गालियां देने लगी। बोली- अपने पतिको रस्सीमे बाँध क्यों नहीं रखती। इतना सुनते ही मजरीने दौडवर उसरा देश पकडकर सींचा और लगी उसे पीटने । दोनोंको मारपीट परते देख भीड जमा हो गया। लेकिन डरके मारे उहे छुडानेको हिम्मत विसीको न हुई । जिस कोयरीका सेत या, वह अपने रोतको सत्या नादा होते देस, भागा हुआ लोरिपके पास पहुँचा। मुनते ही लोरिक दौडा हुआ आया । मजरीने लोरिक्को देखते ही चन्दाको छोड़ दिया और घर चली आयी। लोरिक उसके पीछे-पीछे घर पहुंचा और मरीसे बोला-दूसरेवी टीका इस प्रकार उपहास क्यों करती हो ? यात क्या हुई, जो इस प्रकार तुमने चन्दाका अप- मान क्यिा! यह सुनकर मज्री बोली-तुम अपने मनकी यात सच-सच कहो । चन्दा मुझसे विस बातमे अधिक है । पल्में, दिमें, रूपमें ! सि कारण तुम उसपर मोहित हो गये हो ? यदि तुमको उसपर ही लुभाना था तो मुझसे विवाह ही क्यों किना । उसीसे ब्याह कर लेते। लोरिक्ने सफर कहा- सब लोग सेवी वरते हैं यह तो तुम जानती हो। अपने सेतमें अच्छा अनाज होते हुए भी लोग दूसरे सेतसे कचरी उखाइकर साठे हैं । यस, यही तुम समझ लगे। उसके साथ तो दस दिनका आमोद प्रमोद है । नुम तो जीवन भर लिए हो। इतना कहकर लोरिक चला गया। धीरे धीरे सोमवारका दिन आया । शामको मजरी जर सरयो सिला पिला चुकी तर उसने अपनी साससे कहा-आज जय होशियार रहना । घरमें आज चोरी होनेवाली है। चन्दाको हेवर स्यामो हरदी मागने या इरादा कर रहे हैं। यह सुनकर बृदखुलइनने वही-मेरे हायम ल्यदा (मोटा डहा) दे दो और दरवाजेपर सार पिला दो। दरवाजेको सन्दपर यहीं सोऊंगी। जैसे ही चन्दामा आवान मुनायी देगी, वैसे ही यह लयदा दे मार्गी । उसका सिर फूट जायेगा। मजरी अपने कमरेम आयी और लोरिको भोजन करार याहरवा दरवाजा यन्द कर दिया । पिर लोरिक्से कहा-प्रतिदिन आप बाहर जाते हैं । आज या ए जायें। इतना पसर यह सोनेका प्रबन्ध करने लगी। लोरिप रस गया और उठन मंजरी साय यात घरपे जागते ही राव रिता दी। इधर चन्दा अपने पिता महार सोनेकी पिटारी उटावर याएर निक्ली। रास्ते में उहाँ नहाँ सिन्दरका टीका गाठी गयी और परीपे पेडफे नीचे पहुँचपर लोरिपरी प्रतीश परने लगी। जब आया