पृष्ठ:चंदायन.djvu/४००

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

३९२ यडी तारीफ की। अब तो हम निहिया वाजार बीचसे ही चलेगे। और गली-गले घूमेंगे और राजाकी करतूत देखेंगे। चन्दाने समझाया-मेरा कहना मानो। यहाँसे लौट चले। झगडा हो जायेगा तो जो कुछ पैसा पासमें है, यह सब लूट जायेगा और रास्तेया सर्च भी नहीं बचेगा। ___ लोरिक्ने उत्तर दिया-मेरे चदारी परम्परा ऐसी नहीं है। अगर हम विसी चलौकी बात सुन लेते हैं तो उसके पास जाते है और दुल्सी बात होती है तो हम खुद क्तरा जाते है। लोरिस हठको समझ कर चन्दा बोली-अगर तुम नहीं मानते हो तो देखो तमाश | मै आगे आगे चल्ती हूँ तुम जरा पीछे रुककर जाना । चन्दा चली। उसके नूपुरोंकी झकार सुनकर रणदेनियाने उसकी ओर देखा और आकर रास्ता रोक दिया । बोला-बिहियाकी कौडी (कर) देकर जाओ। चन्दाने कहा-मैंने कोई गाडी नहीं लादी है। पौडी तो किस चातकी ? रणदेनिया बोला-विहियाम तुम्हारे नूपुर बजते हुए जा रहे हैं। सो तुम्हें इनके बजनेकी कौडी देनी होगी। इतना मुनकर चन्दाने पैसे नूपुरोको उतार पर आँचल्में बाँध लिया। बोली-तो अब तुम्हारे बिहियामें नूपुर नहीं बजगे। और कहकर वह आगे बढ़ी। रणदेनिया पिर मार्ग रोक्कर सडा हो गया और तरह-तरहकी बातें करने बाद उसने चन्दासे विवाह करनेका प्रस्ताव दिया। उसकी यातें सुनकर चन्दाने उसे गालियाँ सुनायीं । गालियाँ सुनकर रणदेनिया नद्ध हो गया और चन्दाकी ओर रूपरा। तय चन्दाने पीछे मुडकर देता और लोरिक्को इशारा किया । इशाण पाते ही लोरिक चन्दापे पास जा पहुँचा। उसने अपनी साँड बाहर निकाल ली और वह रणदेनियावा मारने यदा। चन्दाने रोया और कहा कि इसकी दुर्गति परपे ही छोड देना ठीक होगा। तदनुसार लरिक्ने पास ही लगे श्रीपल (बेल) ये पेडसे पल तोड़े और रणदेनियाने त्यल्प पालेमें गॅथ दिये और फिर उसे घुमाना शुरू किया । पल्त वेल पे पर झूल शुल्पर उसरे मुँहपर चोट करने लगे। जब लोरिकने देस लिया कि उसकी पूरी मरम्मत हो चुकी तो उसे छोड दिया। रणदेनिया भागा दुआ राजाने पास पहुँचा और अपनी दुर्दशाका हाल यह मुनाया। उसकी बात सुनते ही राजाने अपनी सेनायो रिक्को घेर टेनेका आदर दिया। रोपिने र रणभेरी मुनी तो चदाको एक पनियेवी वामपर बैठाकर आप सेनासे जूझनेरे लिए आगे बैठा। देखते-देखते उसने सारी सेनाको मार गिराया। सेनाका विनाश देसवर राजा अपने हाथो पर माग चला। रोखिने दौडापर उसे परट लिया और रसांसे पाँध दिया। राजा हाथ जोट पर प्राणदान माँगने लगा। तर लोरिकने पर उठानेका वचन देने पर उसे छोडा और चन्दाको पर आगे बढ़ा।