पृष्ठ:चंदायन.djvu/४२९

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४२१ उस समय लोरिक च दैनीको भयभीत कर उससे अपनेको उसका पति स्वीकार करा लेता है। ___ कथाके इस रूपमे कहा गया है कि जब दोनों प्रेमी अपना गाँव छोड़ कर जाने लगते हैं तो अपशकुन होते हैं और एक मालिन उन दोनोंके इस रहस्यको जान मार्गमें लोरिव एक बाघको मारता है। बावनवीर जर उससे लडने भाता है तो वह उससे एक हाथसे ही ल्डता है और दूसरेसे चंदैनीकी रक्षा परता रहता है। संथाली रूप चदैनीकी क्या सथाल परगनेमे भी प्रचलित है वितु वहाँ नायिकाय नामको छोडवर अन्य पानों के नाम बहुत कुछ बदल गये हैं और मूल कथामें भी कापी परि घर्तन है । सेसिल हेनरी बाम्पसन फोक लोसे ऑव द सथाल परगनाजम इस क्थाको सहदे ग्वाला शीक्से इस प्रकार दिया है- ___ सद्देदे म्बालाका विवाह राजकुमारी चन्दैनीसे हुआ था । विवाहकै ममय जर सूरज डूबने लगा तो सहदे ग्यालाने सूरजको रुक जानेका आदेश दिया। पलस्वरूप उस दिन सूरजका डूबना एक घण्टेके लिए एक गया। दूसरे दिन सहदे अपनी पनीको लेकर अपने घर रवाना हुआ। घर पहुँचनम उसे तीन दिन लगे। एक दिन उसका ससुर उराचे घर आया । ससुर दामाद दोनों घूमनेरे लिए निकले। सहदे आगे आगे चलने लगा और बूढा उसरे पीछे। रास्ते चलते हुए सहदेका पैर एक पत्थरमे टकराया । पलस्वरूप पत्थर चकनाचूर हो गया। जब राजा ने अपने दामादरी इस अमानवीय शक्ति को देखा तो वह घारा गया कि मेरी बेटीवी अवस्था क्या होगी। घर आकर उसने यह बात अपनी बेटीसे कही। वह भी अपने पिताकी तरह ही घबरा गयी और उसने अपने पितासे वहाँसे वापस ले चल्नेका अनु- रोध किया । पलत दोनोंने निश्चय दिया कि जब सहदे वाला कहाँ चला जाय तो माग चले। एक दिन जब सइदे ग्बाला अपने सेतपर मजदुरोका काम देखने गया तो बूढ़े राजा और उसकी बेटीको भागनेवा यह मौत अच्छा जान पड़ा और वे भाग निकले । सहदे ग्वाला एक बहन थी। उसका नाम मा लगेरिकिनी । यह मागी-मागी रोतपर पहुंची और अपनी भाभीवे भाग जानेका समाचार कह मुनाया । मुनकर सहदे ग्वाला ने कहा-भाग जाने दो। ___महदे पालने च दैनी गने रास्तेमें पानी मरी दुई नदी सडी कर दी। पल्त उसे अपने पति के घर गैट जाना पड़ा। घर पहुँची तो सासने सतमें काम करने वाले मजदुरको साना पहुंचानेरो १-पृष्ठ ११६ १२३ ॥