पृष्ठ:चंद्रकांता संतति भाग 3.djvu/८८

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साथ कई बहादुर सिपाहियों को गिरफ्तार कर लिया था।

गोपालसिंह―हाँ, मुझे याद है, जिस मकान में बारी-बारी हँसकर वे लोग कूद गये थे।

कमलिनी―जी हाँ, कुमार और उनके ऐयार तो छूट गये, मगर मेरे सिपाहियों का अभी तक पता नहीं है, बेशक वे भी तिलिस्मी बाग में किसी ठिकाने कैद होंगे, जिसका पता आप लगा सकते हैं। मुझे आज तक यह न मालूम हुआ कि उनके हँसने और कूद पड़ने का क्या कारण था। इस विषय में कुमार से भी कुछ पूछने का मौका न मिला।

गोपालसिंह―मैं वादा करता हूँ कि उन आदमियों को यदि वे मारे नहीं गए हैं तो अवश्य ढूँढ़ निकालूँगा, और इसका कारण कि वे लोग हँसते-हँसते उस मकान के अन्दर क्यों कूद पड़े सो तुम इसी समय देवीसिंह से भी पूछ सकती ही जो यहाँ मौजूद हैं और उन हँसते-हँसते कूद पड़ने वालों में शरीक थे।

देवीसिंह―माफ कीजिए, मैं उस विषय में तब तक कुछ भी न कहूँगा जब तक इन्द्रजीतसिंह मेरे सामने मौजूद न होंगे, क्योंकि उन्होंने उस बात को छिपाने के लिए मुझे सख्त ताकीद की है बल्कि कसम दे रखी है।

कमलिनी―यह और भी आश्चर्य की बात है, खैर, जाने दीजिए, फिर देखा जायेगा। हाँ, आपने मेरी प्रार्थना स्वीकार की? लाड़िली मेरे साथ रहेगी?

गोपालसिंह―हाँ, स्वीकार की। मगर देखना, जो कुछ करना होशियारी ही से करना और मुझे बराबर खबर देती रहना।

तेजसिंह―मैं प्रतिज्ञानुसार अपने दो ऐयार तुम्हारे सुपुर्द करता हूँ। जिन्हें तुम चाहो अपनी मदद के लिए ले लो।

कमलिनी―अच्छा, तो आप कृपाकर भूतनाथ और देवीसिंह को दे दीजिए।

तेजसिंह―भूतनाथ तो तुम्हारा ही ऐयार है उस पर अभी मेरा कोई अख्तियार नहीं है, वह अवश्य तुम्हारे साथ रहेगा, उसके अतिरिक्त दो ऐयार तुम और ले लो।

कमलिनी―निःसन्देह आपका मुझ पर बड़ा अनुग्रह है, मगर मुझे ज्यादा ऐयारों की आवश्यकता नहीं है।

तेजसिंह―खैर, यही सही फिर देखा जायेगा। (देवीसिंह से) अच्छा, तो तुम कमलिनी का काम करो और इनके साथ रहो।

देवीसिंह―बहुत अच्छा।

तेजसिंह―खैर, तो अब सभा विसर्जित होनी चाहिए, देखिये आसमान का रंग बदल गया। कमलिनी और लाड़िली के लिए सवारी का क्या इन्तजाम होगा?

कमलिनी―थोड़ी दूर जाकर मैं रास्ते में इसका इन्तजाम कर लूँगी आप बेफिक्र रहिये।

थोड़ी-सी और बातचीत के बाद सब कोई उठ खड़े हुए। कमलिनी, लाड़िली भूतनाथ तथा देवीसिंह ने दक्खिन का रास्ता पकड़ा और कुछ दूर जाने के बाद सूर्य भगवान की लालिमा दिखाई देने के पहले ही एक जंगल में गायब हो गये।