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चोखे चौपदे
प्यार करने में कसर की जाय क्यों।
है न अच्छा जो रहे जी में कसर॥
कर सके जो लाड़ तो कर लाड़ तू।
ऐ लड़ाकी आँख लड़ लड़ कर न मर॥
कौन पानी है गॅवाना चाहता।
मछलियाँ पानी बिना जीतीं नहीं॥
प्यास पानी के बचाने को बढ़े।
आँख आँसू क्यों भला पीती नही॥
तू उसे भूल कर गुनी मत गुन।
जिस किसी को गुमान हो गुन का॥
जो कि हैं ताकते नही सीधे।
आँख! मुँह ताक मत कभी उन का॥
आँसू
तुम पड़ो टूट लूट लेतों पर।
क्यों सगों पर निढाल होते हो॥
दो पला, आग के बगूलों को।
ऑसुओ गाल क्यों भिंगोते हो॥