पृष्ठ:ज्ञानकोश भाग 1.pdf/१२८

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1 । अँडोबा ज्ञानकोश (अ) अॅड्रियन की चिड़ियाको भी कहते हैं। भण्डारी तहसीलका एक गाँव है। यह भंडारके अडोबा- अविसीनियाके टाइग्ने ( Tigre) दक्षिणमे १४ मील पर पचनीके मार्ग पर बसा प्रान्तकी यह राजधानी है। यह नगर गोडारसे हुआ है। इसका क्षेत्रफल १३०० एकड़ है और ११५ मील पर ईशान्य दिशामें बसा हुआ है। जनसंख्या ३००० है। यहाँ महावीरजीका एक लाल समुद्रके मसोवा टापूसे मध्य अवीसिनीया बहुत पुराना मन्दिर है। इनकी मूर्ति बहुत में जानेवाले मुख्य मार्गमे यह स्थित है। सूडान बड़ी है। लोगोंका कथन है कि यह मूत्ति स्वयं से अरविस्तान अथवा अरबसे सूडान जानेवाले उत्पन्न हुई है। कुछ काल पूर्व जब यहाँ खुदाई यात्री यहाँ ठहरते हैं। यह उनके मार्गमे पड़ता का काम जारी था तब जैनोंके पारसनाथ' नामक है। १८८७-६६ ई० तकके इटली और अक्सिी | देवताकी एक मूर्ति मिली थी। यहाँ पर ५-६ नीयाके युद्धमें इस स्थानकी बहुत हानि हुई, तालाब हैं। गौड़ लोगोंकी बस्ती यहाँ अधिक तथापि धर्मस्थानोको विशेष क्षति नहीं पहुँची। है। यहाँ रेशमी किनारेकी धोतियाँ, बाँसकी १८६६ ई० में अविसीनिया निवासियोंने इटली टोकरी और चटाइयाँ बहुत बनती हैं। पुलिस की सेनाको अडोबाके युद्धमें ही पूर्णरूपसे का थाना, प्राइमरी स्कूल, डाकखाना, तथा अस्प- पराजित किया था। ताल इत्यादि बने हुए हैं। स्वास्थरक्षाके निमित्त अॅडमिरल्टीद्वीप समूह-यह द्वीपसमूह एक फण्ड (fund ) खोल रक्खा न्यूगिनीके उत्तरमें बसा हुआ है। यह २-३ अँड्रा-यह बन्दरगाह स्पेनके दक्षिणीय तट दक्षिण, अ० से १४६-१४७ पूर्व० रे० में स्थित पर अलमेरियाके समीप है। 'रियोमाँडा' नदीके है। यह समूह लगभग ४० द्वीपों द्वारा बना है। मुहाने पर भूमध्य सागर के तट पर यह है। इस इनमें मैनस सबसे बड़ा है। यह लगभग ६० स्थानसे अंगूर, शीशा इत्यादि वस्तु बोहर भेजी मील लम्बा है । यहाँकी सबसे ऊँची चोटी ३००० । जाती है और अमेरिकाके संयुक्त देशसे यहाँ प्रायः फीट ऊँची है। १६१६ ई० में डच लोगोंने इसका कोयला आता है। यहाँको जनसंख्या ( १६०० पता लगाया था। तदनन्तर १७६७ ई० में फिलिप- ई०) १९७८८ थी। कार्टरेट यहाँ आया । समुद्र में द्वीपके चारों अड्रार---उत्तर अफ्रीकाके सहारा मरुभूमिके ओर ऊँचे ऊँचे टीले होनेके कारण 'चैलअर कई प्रान्तोंको यह नाम दिया गया है। स्पेनके जहाज़ के पहले यहाँ कोई भी नहीं आया। यहाँके 'रियो-डे-अरों ( Rio-de-aro ) रियासतके निवासियोंकी रहन सहन पेपुअन है किन्तु वह मिश्न | दक्षिणकी ओरके पहाड़ी तथा रेतीली ज़मीनको जातिके जान पड़ते हैं। ये लोग नरमांस-भक्षक एड्रा सुटफ ( suttuf ) के नामसे पुकारते हैं । होते हैं और इन्होंने न जाने कितने ही गोरोंका (Timbuctu) टिम्बकटूके ईशान्यमै जो पहाड़ी खून कर डाला। भाग है उसे भी इसी नामसे पुकारते हैं। सेनी- अड्यार यह मद्रास प्रान्तका एक नगर है। गालसे उत्तरमें ३०० मीलकी दूरी पर पश्चिमीय यहाँ जानेके लिये मैलापुरसे जाना पड़ता है। यह सहारामें जो प्रदेश है वह भी अड्रार कहलाता है । थियॉसिफीका मुख्य केन्द्र बना हुआ है। यहाँ इन स्थानों पर केंच आधिपत्य अधिक है। यह पर धार्मिक पुस्तकोंका एक बड़ाभारी पुस्तकालय प्रदेश लगभग मरुभूमिके समान ही है किन्तु कहीं है। इसीके आधीन एक बहुत बड़ा प्रेस भी | कहीं हरे भरे मैदान भी हैं जहाँ जल भी काफी है। खजूरके वृक्ष यहाँ बहुत हैं जिनके कारण होता है। सम्पूर्ण जनसंख्या यहाँकी २०००० वहाँका प्राकृतिक दृश्य बड़ा मनोहर हो गया है। है। शिंगेटी, वाडान और उजेक्टकी जनसंख्या वहाँका जीवन भारतके कठोर धार्मिक-बन्धनोंसे कुछ अधिक धनी है ! शिंगेटी मुख्य व्यापार का बहुत कुछ मुक्त है और यहाँपर बहुत कुछधार्मिक- केन्द्र है। यहाँसे सुवर्णरज, शुतुरमुर्गके पर और स्वतन्त्रता है। यहाँपर थियॉसफीका एक कालेज खजूर इत्यादि सेन्ट-लुईको भेजा जाता है । नमक और स्कूल है जिसमें विद्यार्थियोंके रहनेका भी का भी बड़ा ब्यापार यहाँ होता है। उत्तम प्रबन्ध है। संसारके भिन्न भिन्न देशोसे अॅड्रियन-अमेरीकाके संयुक्तराज्यके मिशि- थियॉसफी मतवाले यहाँ आते हैं। यहाँका वायु गानके लेनावी परगनेमें रायसीन नदी पर यह मण्डल धार्मिक तथा सामाजिक दृष्टिसे अत्यन्त बसा हुआ है। यहाँकी जनसंख्या लगभग १०००० उदार हो रहा है। है । यहाँ अड्रियन कालिज १८५६ ई० में स्थापित अड्याल-मध्य प्रान्तके भण्डारा जिलेकी । हुआ था । यहाँ पर एक औद्योगिक-शाला ।