पृष्ठ:ज्ञानकोश भाग 1.pdf/३३३

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अफगानिस्तान ज्ञानकोश ( अ ) ३१० अफगान तुर्किस्तान रहती हैं। यद्यपि अब तो अनेक सुविधायें की कंट्रीज, एनुअल कलकत्सा-पार्लियामेण्टरी पेपर्स, अफगा जा रही हैं किन्तु पहले धनको कमी तथा एक निस्तान १८७३-~१८९९, ट्रड बिटवीन दि ब्रिटिश स्थानसे दूसरे स्थान पर फौज लेजानेके साधनोंका गवर्नमेंट एंड दि अमीर आँफनफगानिस्तान, डेटेडमाच श्रभाव बड़ा कष्टकर होता था। अब्दुल रहमान लंडन १९०५-दि सेकण्ड अफगान बार कहा करता था कि एक सप्ताहके अन्दर एक लाख ६७७८-८० प्रिपेअर्ड इन दि इंटेलिजेन्स बैंच आँफ दि सैनिक तय्यार हो सकते हैं किन्तु किसी एक स्थान | इंडियन आर्मी हेड कार्टस, लंडन १९०८-बेल्यू पर उन्हें एकत्रित करना कठिन है। १८६६ ई० (एच-डब्ल्यू ) अफगानिस्तान एंड दि श्रफगानस्, लंडन, में उसने नियम बना दिया था कि १८ वर्षसे ७० १८७९ एंड दि रेसिस श्राफ अफगानिस्तान १८८०-कर्जन वर्ष तककी अवस्थावालोमै आठ मनुष्यों पीछे (ना. जी. एन्. ); रशिया इन सेंट्रल एशिया ( केटेन्स एक मनुष्यको सेना भर्ती होना अनिवार्य है। बिब्लिाग्रफि) लडन १८८९-डाली ( सिसेस केट) काबुलमें अब तो अनेक अस्त्रागार खुल गये हैं। एट इयर्स श्रमंग दि अफगानस, लंडन १९०५-एलिफ- गोता, बारूद. कारतूस, इत्यादि सभी बनने लगे एटन ( ओ. एस्.) एन अकाउन्ट श्राफ दि किंग्डम ऑफ हैं। यहाँ पर हेरात तथा देहडाड़ीमें मुख्य तथा काबूल अँड इट्स डिपेन्डन्सीज़, लंदन १८१५- दृढ़ किले बने हुए हैं। इस किलेकी मुख्य छावनी कार्बेज (ए) दि अफगान वार्स. १८३९---४२ अँड बल्खसे १२ मील मज़ारशरीफमें है। १८७४-८० लंडन १८९२-में. (र्टी.) अट दि कोर्ट दण्डका विधान अब भी यहाँ पाश्चात्य देशो | श्राफ दि अमीर, न्यू. एडि, लंडन १९०७---हैमिल्टन से बहुत अधिक कठोर है। पुलिस विभाग भी (अंगस) अफगानिस्तान लंडन १९०६-हेना ( कर्नला अब सुचारू रूपसे कार्य कर रहा है। हरेक नगर एच बी.) दि सेकेंड अफगान यार वेस्टमिनिस्टर १८९९, में एक कोतवाल रहता है । उसीके श्राधीन पुलिस होल्डिच (कर्नल सर टो. एच:) दि इंडियन बार्डर रोड रहती है। नगरकी रक्षा तथा शान्ति रखनेका १८८०-१९००; लंडन १९९७-ला कोस्ट ( बी. डे.) भार उसीपर रहता है। श्रराड अफगानिस्तान, लंडन १९०९-मैकमहन (ए. शिक्षाका यहाँ बड़ा अभाव है । आधु- एच्.)-दि सदर्न बाँडर लैंडस् आफ अाफगानिस्तान, निक समयमे तो इस ओर बहुत ध्यान दिया जा लंडन १८९७ . मेलेसन (जी. बी) हिस्टरी ऑफ अफगा. रहा है। स्त्रीशिक्षा तो नाम मात्रको ही है। शिक्षा | निस्तान, सेकेंड एडि. १८७९. नोई (एफ) इंग्लैंड; का भार बहुधा मुल्लाओं पर ही था। शिक्षा इंडिया एंड अफगानिस्तान; लंडन १९०२ पेनेल (पी. केवल प्राथमिक ही होकर रह जाती थी। अक्षर एल) अमंग दि वाईल्ड टाईब्स ऑफ अफगान टिअर; बोध तथा थोड़ी बहुत गणितके अतिरिक्त उच्च लंडन १९७१,-गाँबर्टस (फील्ड मार्शल लार्ड) फार्टी शिक्षाका यहाँ बिल्कुल अभाव था। कुरानका | नाइन इअर्स इन इंडिया; लंडन १८९७-रॉबर्टसन (सर: प्रचार पर्याप्त था किन्तु यह भी केवल रटाया जाता जी. एस.) दि काफिर आफ दी हिंन्द्रकूश; लंडन १८९६ - था। यहाँके मनुष्योको शारीरिक मानसिक तथा सेल ( जी) जर्नल ऑफ दि डिटर्स इन आफगा- सामाजिक विकासका बिल्कुल ही अवसर नहीं. निस्तान, इन १८४७-४२; लंडन १८५३.--सुलतान प्राप्त होता था। देशमें अज्ञान तथा अन्धकार मुहम्मदखा ( मोर मुनशी) (एडिटर ) दि लाईफ ऑफ फैला हुआ था। बुद्धिविकास तथा विज्ञानसे ये अब्दुलरहमान, अमीर श्रॉफ माफगानिस्तान २० हा, लोग विल्कुल अनभिज्ञ थे। किन्तु अमानुल्लाखाँ लंडन १९००–कान्स्टिट्य शन एंड लाज श्रॉफ अफगा. के समयसे इस ओर विशेष ध्यान दिया जारहा निस्तान, लंडन १९९०-टेट (जी पी.) दिकिंगडम है। स्थान स्थान पर अब उच्चशिक्षाका प्रबन्ध ऑफ श्राफगानिस्तान, यांम्बे १९७७--थार्नटन (मि. किया जा रहा है । हरेक प्रकारको विद्याका प्रचार और मिसेस) लीव्ज फ्राम एन आफगान स्क्रिष्ट बुक, धीरे धीरे बढ़ रहा है । नादिरखाँका भी इस ओर | लंडन १९५०-व्हीलर ( एस. ई.) दि अमीर अबदुल पूर्ण ध्यान था। रहमान; लांडन १८९५---मेट ( मेजर सी. ई.) नार्दन अाधुनिक नवयुवक अमीरसे भी देशमे अनेक अफगानिस्तान, लण्डन १८८८ इंडियन ईथर बुक (टाइम्स सुधारों तथा विद्या प्रचारको पूर्ण श्राशा की श्राफ इंडिया.) स्टेट्समैन्स ईयर बुक, ए. बि. श्रादि ] जाती है। अफगानु तुकिस्तान-आक्सस नदीके उद्गम [ संदर्भ ग्रंथ.-इंपीरियल गजिटियर ऑफ इंडिया, से लेकर जहाँ तक यह नदी बहती है, प्रायः उस अफगानिस्तान और नेपाल १९०८, अकाउँ टस रिलेटिंग सम्पूर्ण भागको अफगान तुर्किस्तान कह सकते टु दि टूडे बाइ लण्ड,आँफ दि ब्रिटिश इंडिया विथ फॉरेन हैं। यह प्रदेश भी अमीर काबुल अथवा अफ-